Chanakya Niti for Strong Married Life : चाणक्य नीति भारतीय दर्शन और जीवनशैली को दिशा देने वाली सबसे प्रभावशाली नीतियों में से एक है। करीब 3,000 साल पहले रची गई यह नीति आज भी उतनी ही प्रासंगिक है, जितनी उस दौर में थी। इसमें जीवन के हर पहलू राजनीति, धर्म, व्यवहार, रिश्ते और समाज को लेकर गहरी बातें कही गई हैं। खासकर पति-पत्नी के रिश्ते को लेकर चाणक्य ने कुछ ऐसी बातें बताई हैं, जो आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में भी सटीक बैठती हैं।
पत्नी से अपमान की बात न कहें
चाणक्य के अनुसार, एक सच्ची और समर्पित पत्नी कभी अपने पति का अपमान सहन नहीं कर सकती। अगर किसी ने आपके साथ बुरा बर्ताव किया है या कहीं आपका अपमान हुआ है, तो इस बारे में अपनी पत्नी को बताने से बचना चाहिए।
क्योंकि जब पत्नी को यह पता चलता है कि किसी ने उसके पति का अपमान किया है, तो उसके मन में उस इंसान के लिए गुस्सा और नफरत पैदा हो सकती है। इससे वह मानसिक रूप से परेशान हो सकती है और रिश्ते में भी तनाव आ सकता है। इसलिए, पति को हमेशा अपनी पत्नी को नकारात्मक अनुभवों से बचाने की कोशिश करनी चाहिए।
पत्नी से पूरी आमदनी छुपा कर रखें
चाणक्य नीति में एक और अहम बात कही गई है कि पति को कभी भी अपनी पूरी आमदनी (income) पत्नी को नहीं बतानी चाहिए। उसी तरह, उसे पत्नी से उसकी कमाई के बारे में भी सवाल नहीं करना चाहिए।
इसका मतलब यह नहीं है कि आपस में भरोसा नहीं होना चाहिए, बल्कि बात यह है कि कुछ बातें सीमित रखने से रिश्ते में संतुलन बना रहता है। कई बार ज़रूरत से ज्यादा जानकारी भी आपसी रिश्तों में भ्रम और असुरक्षा का कारण बन सकती है। इसलिए समझदारी इसी में है कि आर्थिक मामलों में थोड़ी गोपनीयता बनाए रखें।
अपनी कमजोरियों को गुप्त रखें
हर इंसान के जीवन में कुछ कमजोरियां होती हैं, और यह स्वाभाविक भी है। लेकिन चाणक्य का मानना है कि पति को अपनी कमजोरियां कभी भी अपनी पत्नी को नहीं बतानी चाहिए।
कई बार अनजाने में ही पत्नी इन बातों को गंभीरता से ले सकती है या कभी कभी क्रोध या बहस के समय इन बातों का ज़िक्र कर सकती है, जिससे रिश्ते में तनाव बढ़ सकता है। इसलिए ज़रूरी है कि आपसी समझदारी और विश्वास के साथ, कुछ व्यक्तिगत बातें अपने तक ही सीमित रखी जाएं, ताकि रिश्ते में मधुरता बनी रहे।