लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के वजीर हसनगंज रोड पर एक रिहायशी इमारत गिरने से हड़कंप मच गया. इमारत के ढहने से उसके मलबे में दबकर सपा प्रवक्ता की मां और पत्नी की मौत हो गई है. जिसके बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बुधवार को बिल्डिंग के मलबे से दोनों के शव को निकाला है. समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है।
आपको बता दें कि वजीर हसनगंज रोड स्थित एक बिल्डिंग मंगलवार की रात भरभरा कर गिर गई थी. इमारत के मलबे में कई परिवारों के सदस्य दब गए थे. घटना की सूचना पर पहुंचे जिला और पुलिस प्रशासन के साथ ही उच्चाधिकारियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. इसके बाद भी कई लोग इमारत के मलबे में कई लोग फंसे रहे. उन्हें निकालने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों ने रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखा.
सपा नेता अब्बास हैदर की मां और पत्नी की मौत
दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में मंगलवार की दोपहर को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.8 मापी गई थी और इसका केंद्र नेपाल में था. जिसकी चपेट में लखनऊ के हसनगंज रोड पर एक रिहायशी इमारत ढह गई. बुधवार सुबह से हो रही तेज बारिश के बीच टीमों ने मलबे में फंसी सपा प्रवक्ता अब्बास हैदर की मां और फिर उनकी पत्नी उजमा हैदर को रेस्क्यू कर सिविल अस्पताल भेजा. इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई.
सीएम योगी ने सात दिन में मांगी जांच रिपोर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपार्टमेंट ढहने की जांच के आदेश दिए हैं. जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है. जिसमें संभागायुक्त रोशन जैकब, संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था व मुख्य अभियंता पीडब्ल्यूडी शामिल हैं. टीम एक हफ्ते में हादसे की रिपोर्ट सीएम योगी को सौंपेगी. अलाया अपार्टमेंट मामले में हजरतगंज थाने में तैनात वरिष्ठ उपनिरीक्षक की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. आरोपियों में मोहम्मद तारिक, सपा विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश शाहिद और फहद यजदानी के नाम शामिल हैं. तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 308, 420, 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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