महाकुंभ 2025:रविवार को प्रयागराज के महाकुंभ मेले के सेक्टर 19 में बड़ा हादसा हो गया। टेंट में रखे सिलेंडर के फटने से आग लग गई। देखते ही देखते आग ने बड़ा रूप ले लिया और 18 से 19 टेंट जलकर राख हो गए। शास्त्री ब्रिज के पास यह आग इतनी तेजी से फैली कि लोग डरकर इधर उधर भागने लगे।
सिलेंडर फटने से फैली आग
चश्मदीदों का कहना है कि आग सिलेंडर फटने से लगी। जैसे ही सिलेंडर फटा, आग ने पास के टेंटों को अपनी चपेट में ले लिया। एक गवाह ने बताया कि आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि दूर से ही दिख रही थीं। हादसे में करीब 250 टेंट जलकर खाक हो गए। टेंटों में रखे सामान का भी कोई नमो निशान नहीं बचा।
दमकल और एनडीआरएफ की फुर्ती
आग लगने की खबर मिलते ही दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं। सिर्फ 15 मिनट में दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर थीं। कई घंटों की मेहनत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। दमकल और राहत कर्मियों ने यह सुनिश्चित किया कि आग और न फैले। प्रशासन के अधिकारी अब इलाके का निरीक्षण कर रहे हैं।
कोई हताहत नहीं
हालांकि, आग बहुत बड़ी थी, लेकिन राहत की बात यह रही कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। लोग समय रहते टेंट से बाहर निकल गए थे। हालांकि, टेंट में रखा उनका सामान जलकर खाक हो गया। घटना के बाद प्रशासन ने सुरक्षा इंतजाम और पुख्ता करने का भरोसा दिया है।
सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल
महाकुंभ जैसा बड़ा आयोजन लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। ऐसे में सुरक्षा इंतजामों का पुख्ता होना बहुत जरूरी है। सिलेंडर जैसे उपकरणों का सही तरीके से इस्तेमाल और उनकी समय समय पर जांच करना बेहद जरूरी है। यह हादसा दिखाता है कि छोटी सी लापरवाही कितना बड़ा नुकसान कर सकती है।
अब क्या इससे सीख लेंगे
इस हादसे ने आयोजकों और प्रशासन के लिए एक बड़ा सबक छोड़ा है। भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए सुरक्षा इंतजामों को और मजबूत करना होगा। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।यह घटना सुरक्षा इंतजामों पर सवाल उठाती है और बेहतर प्लानिंग की जरूरत को दिखाती है।