Meerut NCR Medical College Scam: उत्तर प्रदेश के मेरठ में एनसीआर मेडिकल कॉलेज से जुड़े फर्जीवाड़े का बड़ा खुलासा हुआ है। भाजपा की पूर्व एमएलसी डॉ. सरोजिनी अग्रवाल की बेटी और कॉलेज की सहायक प्रबंध निदेशक डॉ. शिवानी अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगे हैं। सीबीआई ने फर्जी दस्तावेजों के जरिये Meerut मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सीटें बढ़वाने की साजिश में उनकी सीधी संलिप्तता पाई है। सीबीआई ने डॉ. शिवानी सहित 35 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और अब उनकी गिरफ्तारी की संभावना तेज हो गई है। Meerut कॉलेज परिसर और आवास से सीबीआई ने दस्तावेज भी जब्त किए हैं। डॉ. शिवानी पर जल्द पूछताछ या हिरासत की कार्रवाई हो सकती है। फिलहाल, वे कॉलेज से नदारद हैं।
सीबीआई की जांच में खुला बड़ा घोटाला
खरखौदा स्थित Meerut एनसीआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंज में भारी अनियमितताएं और फर्जीवाड़े का सीबीआई ने पर्दाफाश किया है। जांच में सामने आया कि कॉलेज प्रबंधन ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) को गुमराह करने के लिए फर्जी फैकल्टी, बायोमेट्रिक हेराफेरी और काल्पनिक मरीजों के कागजात पेश किए। इस साजिश का मकसद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 50 अतिरिक्त सीटें मंजूर कराना था। निरीक्षण के दौरान जिन सुविधाओं और व्यवस्थाओं की आवश्यकता थी, वे कॉलेज में मौजूद नहीं थीं, बावजूद इसके फर्जी दस्तावेजों से अनुकूल रिपोर्ट तैयार करवाई गई।
35 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज, दस्तावेज जब्त
सीबीआई ने 30 जून को इस मामले में डॉ. शिवानी अग्रवाल सहित 35 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। इसके बाद 2 जुलाई को सीबीआई ने कॉलेज परिसर और डॉ. शिवानी के आवास पर छापा मारा, जहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए। जांच एजेंसी अब इन दस्तावेजों की गहराई से पड़ताल कर रही है ताकि मजबूत साक्ष्य जुटाए जा सकें।
शिवानी अग्रवाल पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, डॉ. शिवानी अग्रवाल को जल्द ही हिरासत में लेकर पूछताछ की जा सकती है। सीबीआई ने एफआईआर की कॉपी उनकी मां, डॉ. सरोजिनी अग्रवाल को भी सौंप दी है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद डॉ. शिवानी और उनके परिवार ने कानूनी बचाव की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। उन्होंने वरिष्ठ अधिवक्ताओं से सलाह-मशविरा भी शुरू कर दिया है।
कॉलेज से गायब डॉ. शिवानी, सवालों के घेरे में
मुकदमा दर्ज होने के बाद से डॉ. शिवानी अग्रवाल कॉलेज नहीं पहुंच रही हैं। हालांकि कॉलेज का संचालन सामान्य रूप से जारी है, लेकिन उनकी अनुपस्थिति ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सीबीआई की छापेमारी के अगले दिन तक वे कॉलेज में मौजूद थीं, लेकिन अब उनका कॉलेज न आना संदेह पैदा कर रहा है। इस बीच, सीबीआई की टीम कार्रवाई को और तेज कर रही है।