उत्तर प्रदेश में मेरठ के थाना सिविल लाईन पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिस तरह से इनामी बदमाश अभिषेक ठाकुर को पुलिस गिरफ्तार करके अपनी पीथ थपथपा रही थी वह बादमाश जेल तक पहुंच ही नहीं पाया। बदमाश पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। बता दें कि इनामी बदमाश अभिषेक ठाकुर पुलिस से हथकड़ी खुलवा कर फरार हो गया है। बाद में जब अझधिकारी को जामकारी मिली तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अधिकारियों के आदेश पर लापरवाही करने वाले 2 सिपाहियों पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
मेडिकल करवाने गया आरोपी हुआ फरार
मेरठ के थाना सिविल लाईन पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर बुधवार को 15 हजार का इनामी बदमाश अभिषेक, पुत्र गिरिश निवासी भगवतपुरा, थाना ब्रहमपुरी को पकड़ा था। अभिषेक गैंगस्टर के मुकदमें में वंछित चल रहा था। दरअसल, बृहस्पतिवार को सिविल लाइन थाने के दो सिपाही अभिषेक ठाकुर का मेडिकल कराने जिला अस्पताल लाए। मेडिकल के बाद इनामी को गैंगस्टर कोर्ट में पेश होना था लेकिन बाथरूम जाने के बहाने पुलिस से हथकड़ी खुलावा कर फरार हो गया। मेरठ जिला अस्पताल में मेडिकल करवाने गया बदमाश जब पुलिस से बाथरूम के बहाने पहले हथकड़ी खुलवाई और मौका देखकर फरार हो गया। कस्टडी में लेकर आए सिपाहियों ने अपने ही सामने से बदमाश को भागता देख उसे पकड़ने की कोशिश करी लेकिन बदमाश को पकड़ नही पाए और बदमाश गली मोहल्ले की तंग गलियों में होता हुआ भागने में कामियाब रहा।वहीं जिला अस्पताल से बदमाश के फरार होने पर अस्पताल से लेकर प्रशासन तक हड़कंप मच गया है। मेडिकल करवाने लाए पहले दोनों सिपाहियों ने डर के मारे पहले काफी देर तक अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना नहीं दी।
बदमाश को खोजने में पुलिस के छूटे पसीने
वहीं अपने स्तर से बदमाश को खोजते रहे। जब लगा कि अब वो नहीं मिलेगा तो उन्होंने प्रभारी निरीक्षक विशंभर दयाल को घटना के बारे में बताया जिसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों में हड़कंप मच गया।इनामी बदमाश के फरार होने की सूचना पाकर जिला अस्पताल पहुंची सिविल लाइन पुलिस ने आनन-फानन में पूरे अस्पताल को चैक किया गया। हर मरीज, तीमारदार से पूछताछ करी। अपराधी की तस्वीर दिखाकर भी अस्पताल के बाहर दुकानदारों, रिक्शेवालों से पूछा गया। अंदर भी पुलिस ने हर वार्ड, बेड पर इनामी को खोजा लोकिन वो नहीं मिला।पुलिस ने बाद में अस्पताल में लगे सीसीटीवी चैक किए तो भी कुछ हाथ नहीं लगा। देर शाम दोनों सिपाहियों की लापरवाही के चलते उनके खिलाफ एसएसपी के आदेश पर सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।