राजधानी में नगर निगम अपनी अवैध कब्जे वाली जमीनों को लेकर विशेष अभियान लगातार चला रहा है। नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के निर्देश पर अभी आठ ज़ोन में अधिकारी- कर्मचारी नगर निगम की कब्जे वाली जमीनों को छुड़ाने में लग गए है। अगर बात करें मई माह, की तो नगर निगम ने 80 करोड़ से ज्यादा कीमत की जमीनों से अवैध कब्जों को छुड़ाने में सफलता पाई।
जानिए क्या है पूरा मामला
बता दें कि साल 2019 में नगर निगम सीमा में 88 नए गांव शामिल किए गए थे। नगर निगम ने सीमा विस्तार तो कर दिया पर अपनी जमीनों का आकलन नहीं कर पाया। नगर आयुक्त की सख्ती के बाद अधिकारी हरकत में आये और 20 दिनों में 80 करोड़ कीमत की जमीन कब्जेदारों से अपने कब्जे में ली।
6 करोड़ कीमत की जमीन छुड़ाने में पाई सफलता
एक बार फिर अवैध कब्जे पर नगर निगम ने बुलडोजर चलाकर 6 करोड़ 24 लाख रुपये की जमीन को छुड़ाने में सफलता पाई। यह कब्जे वाली जमीन सदर तहसील के ग्राम बरावन में थी। जिसपर कई सालों से अवैध कब्जा था। नगर निगम में जो नए 88 गांव शामिल हुए थे। उसमें नगर निगम को 16 हजार बीघे जमीन नगर को मिली थी पर इसमें से लगभग दो हजार बीघे पर अवैध कब्जेदारी है जिसको छुड़ाने में नगर निगम के पसीने छूटे जा रहे।