नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दो टेस्ट मैच की सीरीज का पहला मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला गया। इस मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने 30 रनों से जीत हासिल की। स्पिन पिच पर टीम ंइंडिया के बल्लेबाजों ने सरेंडर कर दिया। साउथ अफ्रीका के फिरकी बॉलर्स ने पंत एंड कंपनी को जमकर नचाया। अंत में भारतीय टीम महज 93 रनों पर ही सिमट गई। अफ्रीका के लिए स्पिनर हार्मर ने इस मुकाबले में कुल 8 विकेट चटकाए।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। भारत की तरफ से तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की घातक गेंदबाजी के चलते दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 159 रन पर सिमट गई। जवाब में भारतीय टीम ने पहली पारी में 189 रन बनाए। पहली पारी के आधार पर भारत को 30 रनों की लीड। साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज दूसरी पारी में भी कुछ खास नहीं कर पाए। रवींद्र जडेजा और बुमराह ने अफ्रीका को 153 रन पर ऑलआउट कर दिया।
भारत को जीत के लिए 124 रनों का लक्ष्य मिला। भारत की बल्लेबाजी दूसरी पारी में बेहद खराब रही और टीम दूसरे ही सत्र में 93 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत के लिए सबसे ज्यादा रन वाशिंगटन सुंदर ने बनाए जो 31 रन बनाकर आउट हुए। अक्षर पटेल अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और उन्होंने केशव महाराज पर लगातार चौके-छक्के लगाकर भारत को जीत दिलाने की कोशिश भी की, लेकिन खराब शॉट खेलकर वह पवेलियन लौट गए और फिर केशव ने मोहम्मद सिराज को आउट कर भारत की पारी ढेर कर दी।
भारत के लिए वाशिंगटन और अक्षर के अलावा रवींद्र जडेजा ने 18, ध्रुव जुरेल ने 13, ऋषभ पंत ने 2, केएल राहुल ने 1 और कुलदीप यादव ने 1 रन बनाए। जसप्रीत बुमराह खाता खोले बिना नाबाद लौटे। दक्षिण अफ्रीका के लिए सिमोन हार्मर ने चार विकेट लिए, जबकि मार्को यानसेन और केशव महाराज ने दो-दो विकेट लिए। वहीं, एडेन मार्करम को एक विकेट मिला। भारत के लिए कप्तान शुभमन गिल दूसरी पारी में भी बल्लेबाजी नहीं करने उतरे। वह चोट लगने के चलते पहली पारी में रिटायरहर्ड हो गए थे। इसके बाद गिल मैदान पर नहीं उतरे।
भारत की हार के बाद पिच पर सवाल उठने लगे। पूर्व क्रिकेटर्स ने पिच को टेस्ट लायक नहीं बताया। ऐसे में पूर्व भारतीय कप्तान और बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के वर्तमान अध्यक्ष सौरव गांगुली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए मैच को लेकर सीधे तौर पर कप्तान शुभमन गिल और मुख्य कोच गौतम गंभीर जैसे लोगों को दोषी ठहराया है। गांगुली ने बताया कि पिच भारतीय टीम प्रबंधन की इच्छा के अनुसार तैयार की गई थी। गांगुली ने कहा, यह पिच वैसी ही है जैसी भारतीय टीम चाहती थी। जब आप चार दिनों तक पिच पर पानी नहीं डालते हैं तो यही होता है। क्यूरेटर सुजान मुखर्जी को दोष नहीं दिया जा सकता।
बता दें, 22 गज की पिच पर असमान टर्न और असमान उछाल मिल रहा था, जिससे पहले दिन से ही बल्लेबाजों को परेशानी हो रही थी क्योंकि पहले दो दिनों में 27 विकेट गिर चुके थे। कुछ ऐसा ही हाल चौथी पार में भी देखने को मिला। भारत 93 रन ही बना सका। ईडन गार्डन्स की पिच की हरभजन सिंह और माइकल वॉन जैसे पूर्व क्रिकेटरों ने कड़ी आलोचना की और इसे टेस्ट क्रिकेट का मज़ाक कहा। पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी पिच पर सवाल खड़े किए। ऐसे में जिस तरह से सौरभ गांगुली की तरफ से बयान दिया गया है, उससे टीम इंडिया के प्रबंधकों पर उंगली उठनी भी शुरू हो गई है।









