Controversial Statement: कमीशन, पार्टी फंड और चुनावी तैयारी पर किसने की विवादित खुली और बेबाक बातें

जीतन राम मांझी ने खुले मंच से कहा कि सांसद-विधायक योजनाओं में कमीशन लेते हैं। उन्होंने पार्टी फंड, भीड़ जुटाने और 100 सीटों के लक्ष्य पर तीखे बयान दिए, जिससे सियासी हलचल तेज हो गई।

Jitan Ram Manjhi commission statement

Jitan Ram Manjhi statement on commission:हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के संरक्षक और वरिष्ठ नेता जीतन राम मांझी ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में ऐसे बयान दिए, जिनसे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। उन्होंने बिना किसी संकोच के कहा कि सांसद और विधायक सरकारी योजनाओं में कमीशन लेते हैं और यह कोई नई बात नहीं है। उनके मुताबिक, यह व्यवस्था लंबे समय से चलती आ रही है और सभी इससे वाकिफ हैं।

सांसद फंड और कमीशन की बात

मांझी ने बताया कि एक सांसद को हर योजना के तहत करीब 5 करोड़ रुपये का फंड मिलता है। अगर इसमें 10 प्रतिशत कमीशन लिया जाए, तो यह रकम लगभग 40 लाख रुपये होती है। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने खुद कई बार अपनी पार्टी को कमीशन के तौर पर पैसा दिया है। उन्होंने यहां तक कहा कि पार्टी नेताओं से यह भी बोला था कि इस पैसे से गाड़ी तक खरीद ली जाए।

मांझी ने साफ कहा कि यह बातें उन्होंने पहले भी कही हैं और अब दोहराने में उन्हें कोई झिझक नहीं है। उनके अनुसार, अगर पार्टी के नेता इस तरह की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं, तो इसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर पार्टी अध्यक्ष की बनती है।

पार्टी फंड पर सीधा संदेश

जीतन राम मांझी ने कहा कि साल 2026 में भी पार्टी को पैसों की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने गणना करते हुए बताया कि अगर इस बार भी सांसद फंड से योगदान लिया गया, तो पार्टी को करीब 80 लाख रुपये मिल सकते हैं। उन्होंने इसे कोई छोटी रकम नहीं बताया।

मांझी ने पार्टी नेताओं को साफ निर्देश देते हुए कहा कि अगर 10 प्रतिशत कमीशन लेना संभव न हो, तो कम से कम 5 प्रतिशत तो जरूर लिया जाए। उनका कहना था कि संसाधन और ताकत दोनों मौजूद हैं, जरूरत सिर्फ इच्छाशक्ति की है।

कम भीड़ पर नाराजगी

कार्यक्रम में उम्मीद से कम भीड़ देखकर मांझी ने नाराजगी भी जताई। उन्होंने कहा कि अगर जिला अध्यक्ष पांच बसों की व्यवस्था कर देते, जिसमें करीब दो लाख रुपये का खर्च आता, तो पूरा स्टेडियम भर सकता था। उन्होंने आरोप लगाया कि सभी पार्टियां इसी तरह अपने समर्थकों को लाने-ले जाने का इंतजाम करती हैं।

मांझी ने यह भी कहा कि इस बहाने समाज के लोगों को घुमाया और खिलाया जाता है। उनके मुताबिक, भले ही इसमें पांच लाख रुपये खर्च हों, लेकिन राजनीतिक कार्यक्रमों में यह आम बात है।

चुनाव को लेकर बड़ा दावा

आगामी चुनावों को लेकर मांझी ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि पार्टी का अगला लक्ष्य 100 सीटें जीतने का होना चाहिए। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर पार्टी 100 सीटें नहीं जीत पाई, तो वे अलग झंडे के साथ आगे बढ़ेंगे। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष से अभी से तैयारी शुरू करने को कहा और दावा किया कि समाज का समर्थन उनके साथ है।

संतोष कुमार सुमन का तीखा बयान

इस मौके पर HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने भी मंच से कड़ा बयान दिया। उन्होंने बिहार सरकार के एक मंत्री पर पार्टी के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। सुमन ने कहा कि पार्टी को कमजोर समझने की भूल न की जाए। अगर दोबारा ऐसा हुआ, तो पार्टी अलग रास्ता चुनने से पीछे नहीं हटेगी।

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