नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने एक बड़े नरसंहार को अंजाम देकर देश को हिलाकर रख दिया। आतंकी पाकिस्तान से बार्डर पार कर कश्मीर में दाखिल हुए थे। इनकी संख्या में सात बताई जा रही है, जिन्होंने पहाड़ी पर 26 पर्यटकों की हत्या कर दी। सुरक्षा एजेंसियों ने संदिग्ध आतंकियों की पहचान कर ली है और इनके नाम और फोटो भी जारी कर दिए गए। इन संदिग्धों के नाम आसिफ फौजीए सुलेमान शाह और अबू तल्हा हैं। जबकि तीनों आतंकवादियों के कोड नाम मूसाए यूनुस, तारिक और आसिफ थे। आतंकी कैमरे वाले हेलमेट पहने हुए थे। उन्होंने नरसंहार की रिकार्डिंग भी की है।
आतंकियों की पहली तस्वीर सामने आई
जम्मू कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में उबाल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सेला और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठकें कर रहे हैं तो वहीं गृहमंत्री घटनास्थल पर जाकर पाक को सबक सिखाने का ऐलान किया है। इनसब के बीव एक बड़ा अपडेट आया है। पर्यटकों पर हमला करने वाले आतंकियों की पहली तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में चार आंतकी एक दूसरे के कंधों पर हाथ रख खड़े हैं। इससे पहली इस हमले की जांच कर रही एनआईए ने आतंकियों के स्केच तैयार किए थे। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आतंकियों के ये स्केच चश्मदीदों से बातचीत के बाद बनाए।
सैफुल्लाह खालिद का नाम सामने आया
बता दें कि इस हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ आतंकी संगठन ने ली है, जिसका पूरा नाम ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ है। यह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही एक मुखौटा संगठन है। बताया जा रहा है कि इस वारदात को 7 आतंकियों ने अंजाम दिया। सूत्र बताते हैं कि पहलगाम के बैसारन घाटी में आतंकी हमले की साजिश पीओके के राजकोट में रची गई। इस हमले में लश्कर के तीन कमांडर शामिल बताए जा रहे हैं। मास्टरमाइंड के तौर पर लश्कर-ए-तैयबा डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद का नाम सामने आया है। इसे सैफुल्लाह कसूरी के नाम से भी जाना जाता है। ये हिंदुस्तान के सबसे बड़े दुश्मन हाफीज सईद का बहुत करीबी है। भारत में कई बड़े आतंकी हमलों में इसका नाम आता रहा है।
एक और बड़ा खुलासा
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि आतंकी सेना की वर्दी पहने हुए थे और उनके हेलमेट में कैमरा लगा था, जिससे उन्होंने हमले का वीडियो बनाया। शुरुआती जांच के अनुसार, लगभग 7 प्रशिक्षित आतंकियों ने स्थानीय मदद से इस हमले को अंजाम दिया और घटना से पहले रेकी भी की गई थी। सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिली है कि इस हमले में तीन स्थानीय आतंकी शामिल थे, जबकि चार पाकिस्तानी। स्थानीय आतंकी सेना की वर्दी पहनकर पहाड़ी पर आए। मौके पर जाकर भारतीय सेना के मुवमेंट की जानकारी की। जब उन्हें पता चला कि पहाड़ पर भारतीय सुरक्षाबल के जवान नहीं हैं, तभी उन्होंने पाक आतंकियों को बुला लिया और एक बड़े नरसहंर को अंजाम दिलवाया।
आतंकियों उम्र लगभग 25-30 की बताई जा रही
जिन्होंने आतंकी हमले को अंजाम दिया है, उन आतंकियों उम्र लगभग 25-30 की बताई जा रही है। इनमें से 4 लश्कर-ए-तैयबा और 3 स्थानीय आतंकी हैं। लोकल आतंकी में एक की पहचान आसिफ अहमद शेख के रूप में हुई है। इसकी उम्र 26 साल है.। इसपर 3 लाख रुपये का इनाम भी था। इन आतंकियों के पास से एके-47 राइफल्स और स्टील की बुलेट्स भी बरामद की गई हैं। बताया जा रहा है तीन आतंकवादियों ने सभी मृतकों को एक साथ इकट्ठा किया। पुरुष और महिला में अलग किया। उसके बाद सभी की पहचान जुटाई और सभी को गोली मार दी। कुछ लोग बचे तो उन पर आतंकवादियों ने स्नाइपर फायर किए। एक आतंकी दूर खड़ा था और उसी ने स्नाइपर फायरिंग के जरिए लोगों की हत्या की।
एक आतंकवादी संगठन घोषित किया था
जनवरी 2023 में गृह मंत्रालय ने आतंकवादी गतिविधियों, आतंकवादियों की भर्ती, आतंकवादियों की घुसपैठ और पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के प्रचार के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत टीआरएफ को एक आतंकवादी संगठन घोषित किया था। साथ ही अधिसूचना में कहा गया है, टीआरएफ आतंकवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए ऑनलाइन माध्यम से युवाओं की भर्ती कर रहा है और आतंकवादी गतिविधियों, आतंकवादियों की भर्ती, आतंकवादियों की घुसपैठ और पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के बारे में प्रचार करने में भी शामिल रहा है। टीआरएफ जम्मू-कश्मीर के लोगों को भारतीय राज्य के खिलाफ आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के लिए उकसाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मनोवैज्ञानिक अभियानों में शामिल है।
पूरे देश में गुस्से का माहौल
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले से पूरे देश में गुस्से का माहौल है। हर देशवासी इस वक्त बदले की आग में जल रहा है। लोगों का ये गुस्सा सड़क पर दिखाई दे रहा है। देश के अलग.अलग शहरों में लोग सड़कों पर आकर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। पूरी दुनिया इस वक्त भारत के साथ खड़ी नजर आ रही है। ट्रंप से लेकर पुतिन तक हर कोई इस दुख की घड़ी में भारत का समर्थन कर रहा है। वहीं गृह मंत्री अमित शाह पहलगाम में हमले वाली जगह पहुंच चुके हैं। गृह मंत्री यहां इस आतंकी हमले के बारे में जानेंगे। इससे पहले गृह मंत्री ने श्रीनगर में मृतकों को श्रद्धांजलि दी और पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया।