नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ आतंकवादियों के खिलाफ भारत के इतिहास का सबसे बड़ा और सफल ऑपरेशन है। पाकिस्तान ने सोचा तक नहीं था कि वहां आतंकी ठिकानों को हमारी सेना मिट्टी में मिला देगी। हमारी सेना ने सैकड़ों किलोमीटर भीतर घुसकर आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया। ऑपरेशन सिंदूर ने डंके की चोट पर कह दिया है कि आतंकवाद के जरिए प्रॉक्सी वार नहीं चलेगा। अब घर में घुसकर भी मारेंगे और जो आतंकियों की मदद करेगा उसको भी इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। भारत का एक-एक नागरिक कह रहा है कि अगर तुम गोली चलाओगे तो मान कर चलो कि गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा। ये बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन के दौरान कहीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ’सिंदूर हमारी परंपरा है, नारी शक्ति का प्रतीक है। राम रंग में रंगे हनुमान जी ने भी सिंदूर का श्रृंगार किया था। शक्तिपूजा में भी सिंदूर का अर्पण किया जाता है। यह सिंदूर शौर्य का प्रतीक बन गया। पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ भारतीयों का खून ही नहीं बहाया, उन्होंने हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया। हमारे समाज को बांटने की कोशिश की। आतंकवादियों ने भारत की नारी शक्ति को चुनौती दी है। यह चुनौती आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए काल बन गई। आतंकियों के आकाओं ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि भारत ऐसा बदला लेगा। हमारी सेनाओं ने घर में घुसकर हमला किया। आतंकी और उनके आकाओं को मिट्टी में मिला दिया। जिन्होंने हमारी बहनों की मांग का सिंदूर उजाड़ा, उन्हें हमारी सेनाओं ने ऐसे जख्म दिए, ,जो वह कभी नहीं भूल पाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपरेशन सिंदूर को लेकर भी बोले। कहा, ऑपरेशन सिंदूर हमारी नारी शक्ति के सामर्थ्य का प्रतीक बना है। हम सभी जानते हैं कि बीएसएफ का ऑपरेशन में बहुत बड़ा रोल रहा है। कश्मीर से गुजरात तक बीएसएफ की बेटियां मोर्चा संभाल रहीं थी। उन्होंने सीमा पार से हो रही है फायरिंग की जवाब दिया है। बीएसएफ की वीर बेटियों ने अद्भुत शौर्य दिखाया है। बेटियों का शोर्य पूरी दुनिया देख रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ’आज जितने भी हमारे बड़े स्पेस मिशन हैं, उनमें बड़ी संख्या में महिला वैज्ञानिक काम कर रही हैं। Chandrayaan-3 मिशन में तो 100 से अधिक महिला वैज्ञानिक और engineer शामिल थीं। पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकियों ने नारी शक्ति को चुनौती दी थी। यही चुनौती उनके और उनके आकाओं को लिए काल बन गई।
पीएम नरेंद्र मोदी न अहिल्याबाई को नमन करते हुए कहा कि देवी अहिल्याबाई को कई बड़े सामाजिक सुधारों के लिए भी हमेशा याद रखा जाएगा। आज अगर बेटियों की शादी की उम्र की चर्चा करें तो हमारे देश के कुछ लोगों को सेक्युलरिज्म खतरे में दिखता है। उनको लगता है ये हमारे धर्म के खिलाफ है। देवी अहिल्या बाई को देखिए। मातृ शक्ति के लिए उस जमाने में बेटियों की शादी के बारे में सोचती थीं। उनकी खुद की शादी कम उम्र में हुई थी। लेकिन उनको पता था, बेटियों के विकास के लिए कौन सा रास्ता होना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा, 11 सालों में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है। 2014 से पहले 30 करोड़ महिलाएं ऐसी थी। जिनका बैंक एकाउंट नहीं था। इनका एकाउंट खुलवाया गया। ऐसी बहनों को आर्थिक रुप से सशक्त बनाया गया। उनको मुद्रा योजना से लोन मिल रही है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, देश में 10 करोड़ महिलाएं किसी ना किसी सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी है। सरकार इनकी मदद कर रही है। ऐसी तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। डेढ़ करोड़ से ज्यादा बहने लखपति दीदी बन भी चुकी हैँ। पीएम मोदी ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए देवी अहिल्याबाई ने कपास और मसालों की खेती को प्रोत्साहित किया। आज हमें बार-बार किसानों को कहना पड़ता है कि क्रॉप डायवर्सिफिकेशन बहुत जरूरी है। हम केवल धान या गन्ने की खेती करके अटक नहीं सकते। उन्होंने आदिवासियों और घुमंतू टोलियों के लिए खाली पड़ी जमीन पर खेती की योजना बनाई। मोदी ने कहा माता अहिल्या बाई ने गवर्नेंस का ऐसा उत्तम मॉडल अपनाया, जिसमें गरीबों और वंचितों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई। रोजगार और उद्यम के लिए उन्होंने कई योजनाएं शुरू की। खेती को बढ़ावा देने के लिए नहरों का जाल बिछाया, उस जमाने में 300 साल पहले जल संरक्षण के लिए उन्होंने कितने ही तालाब बनवाए।