Rahul Gandhi : संसद के बजट सत्र के दौरान सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत हुई, जिसमें विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में कुछ भी नया नहीं था और यह वही बातें दोहराता है, जो पहले भी कई बार सुनी जा चुकी हैं। राहुल ने कहा कि अभिभाषण के दौरान ध्यान बनाए रखना मुश्किल था क्योंकि यह पहले जैसे ही अभिभाषणों की पुनरावृत्ति थी। उनके अनुसार, यह सरकार के सीमित कार्यों की एक सूची भर है, और राष्ट्रपति का अभिभाषण इससे कहीं अधिक व्यापक और सार्थक होना चाहिए था।
राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि भले ही देश में विकास हुआ है, लेकिन बेरोजगारी एक गंभीर समस्या बनी हुई है। उन्होंने स्वीकार किया कि न तो यूपीए सरकार और न ही मौजूदा एनडीए सरकार इस मुद्दे पर युवाओं को संतोषजनक जवाब दे पाई है।
‘मेक इन इंडिया’ पर क्या बोले Rahul Gandhi
‘मेक इन इंडिया’ अभियान पर टिप्पणी करते हुए राहुल गांधी ने इसे अच्छी पहल बताया, लेकिन कहा कि इसके अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आए हैं। उन्होंने बताया कि 2014 में विनिर्माण का योगदान GDP में 15.3% था, जो घटकर 12.6% रह गया है, जो पिछले 60 वर्षों में सबसे कम है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि प्रधानमंत्री ने प्रयास जरूर किए, पर वे सफल नहीं हो सके।
राहुल गांधी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर चर्चा करते हुए कहा कि एआई केवल डेटा पर निर्भर करता है और बिना डेटा के उसका कोई महत्व नहीं है। उन्होंने बताया कि आज वैश्विक उत्पादन डेटा का अधिकांश हिस्सा चीन के पास है, जबकि उपभोग डेटा अमेरिका के पास है। चीन इस क्षेत्र में भारत से कम से कम 10 साल आगे है क्योंकि वह पिछले एक दशक से बैटरी, रोबोट, मोटर और ऑप्टिक्स पर काम कर रहा है, जबकि भारत पिछड़ रहा है।
चीन विवाद पर क्या बोले Rahul Gandhi
चीन के साथ सीमा विवाद पर राहुल ने आरोप लगाया कि चीन ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है, जिसे प्रधानमंत्री नकारते रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना के बयानों और प्रधानमंत्री के दावों में विरोधाभास है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस पर कहा कि राहुल को अपने आरोपों के समर्थन में सबूत पेश करने होंगे।
राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि चीन की भारत में घुसपैठ का कारण ‘मेक इन इंडिया’ की विफलता है और भारत के उत्पादन में पीछे रहने की स्थिति चिंता का विषय है। उन्होंने आशंका जताई कि यदि भविष्य में चीन के साथ युद्ध हुआ, तो भारत को चीनी उत्पादों पर ही निर्भर रहना पड़ेगा।
अंत में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर बोलते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि वहां के मतदाता सूची में अनियमितताएं हैं। उन्होंने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश की मतदाता संख्या महाराष्ट्र की सूची में जोड़ दी गई और लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव के बीच 70 लाख नए मतदाता जुड़ गए। उन्होंने चुनाव आयोग से जानकारी मांगी, लेकिन न्याय नहीं मिलने की बात कही और चुनाव आयुक्त की नियुक्ति प्रक्रिया में बदलाव का भी जिक्र किया।