Rahul Gandhi at CWC meeting: अहमदाबाद में आयोजित कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले दिन सीडब्ल्यूसी (कांग्रेस वर्किंग कमेटी) की बैठक में पार्टी के भीतर आत्मचिंतन और सामाजिक समीकरणों को लेकर खुलकर चर्चा हुई। Rahul Gandhi ने साफ कहा कि कांग्रेस दलित, मुस्लिम और ब्राह्मण समुदायों में उलझी रही, जिसकी वजह से OBC वर्ग पार्टी से दूर होता गया। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों की आवाज उठाने पर आलोचना होती है, लेकिन कांग्रेस को इससे डरना नहीं चाहिए। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महात्मा गांधी, सरदार पटेल और दादाभाई नैरोजी का जिक्र करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि सांप्रदायिकता के ज़रिए देश को मूल मुद्दों से भटकाया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कांग्रेस की सामाजिक रणनीति को लेकर कहा, “हम दलित, मुस्लिम और ब्राह्मण में उलझे रहे, और इस बीच OBC हमारे साथ से दूर हो गया।” उन्होंने माना कि पार्टी को अपनी रणनीति पर दोबारा विचार करना होगा।
Rahul Gandhi ने कहा कि जब कांग्रेस अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुस्लिमों की बात करती है, तो उसकी आलोचना होती है, लेकिन यह डरने का नहीं, मजबूती से खड़े होने का समय है। “हमें बिना झिझक अपनी बात रखनी चाहिए और हाशिए पर खड़े समुदायों की आवाज़ बनना चाहिए,” उन्होंने जोड़ा।
बैठक की शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इस वर्ष गांधी जी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की शताब्दी है।
खड़गे ने सरदार पटेल, दादाभाई नैरोजी जैसे कांग्रेस के पूर्व दिग्गजों को याद करते हुए कहा कि इन नेताओं ने न सिर्फ पार्टी, बल्कि पूरे देश को दिशा दी। उन्होंने एलान किया कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती को कांग्रेस पूरे देश में विशेष रूप से मनाएगी।
यहां पढ़ें: Murshidabad violence: वक्फ कानून के खिलाफ बंगाल में हिंसा, मुर्शिदाबाद की सड़कों पर आगजनी और झड़पें
खड़गे ने कहा, “आज देश को बुनियादी मुद्दों से भटकाया जा रहा है। सांप्रदायिकता और कॉरपोरेट घरानों की एकाधिकारवादी नीतियां लोकतंत्र को कमजोर कर रही हैं।”
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के नेतृत्व में पारित मौलिक अधिकारों का प्रस्ताव आज भी भारतीय संविधान की आत्मा है। लेकिन आज उन्हीं नायकों की छवि को धूमिल करने की साजिशें हो रही हैं।
कांग्रेस अधिवेशन का दूसरा दिन और भी रणनीतिक प्रस्तावों और चुनावी तैयारियों पर केंद्रित रहेगा।