Noida Corona Cases: उत्तर प्रदेश के नोएडा में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। मंगलवार, 3 जून 2025 को जिला स्वास्थ्य विभाग ने 45 नए कोविड-19 मरीजों की पुष्टि की जिसके बाद शहर में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 107 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने पिछले 24 घंटों में 6 मरीजों के ठीक होने की भी जानकारी दी जो अब घर लौट चुके हैं। नए मरीजों में 3 बच्चे, 50 से 55 वर्ष की आयु के पुरुष और महिलाएं शामिल हैं जिससे चिंता और बढ़ गई है।
स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. टीकम सिंह ने बताया कि सभी 45 नए मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया है। वायरस के वैरिएंट की पहचान के लिए निजी अस्पतालों से प्रत्येक संक्रमित मरीज का एक सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए मांगा गया है। ये सैंपल दिल्ली या लखनऊ की प्रयोगशालाओं में भेजे जाएंगे। डॉ. सिंह ने कहा, “7 दिन बाद मरीजों की दोबारा जांच की जाएगी और रिपोर्ट के आधार पर आगे का इलाज तय होगा।” स्वास्थ्य विभाग ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री की जांच भी शुरू कर दी है।
कोविड अस्पताल में तैयारियां तेज
कोरोना मामलों (Noida Corona Cases) में संभावित वृद्धि को देखते हुए नोएडा के सेक्टर-39 स्थित कोविड अस्पताल में तैयारियां शुरू हो गई हैं। अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए अलग बेड की व्यवस्था की जा रही है और कोविड वार्ड को दोबारा शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “अगर मरीजों की संख्या में और इजाफा होता है तो कोविड वार्ड को तत्काल प्रभाव से शुरू कर दिया जाएगा।” इसके अलावा जिला अस्पताल में एंटीजन टेस्टिंग कैंप लगाने की भी तैयारी है।
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हाल के वैश्विक आंकड़ों के अनुसार NB.1.8.1 और LF.7 जैसे नए कोविड वैरिएंट भारत में सक्रिय हैं जो मामलों में वृद्धि का कारण हो सकते हैं। नोएडा में पिछले 11 दिनों में 108 मामले सामने आए हैं जो इस साल का सबसे बड़ा एकल-दिवसीय उछाल है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि ज्यादातर मरीजों में हल्के लक्षण जैसे सर्दी-खांसी देखे गए हैं और सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
स्वास्थ्य विभाग की लोगों से अपील
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है। डॉ. टीकम सिंह ने कहा, “लोग मास्क पहनें, सामाजिक दूरी बनाए रखें और सर्दी-खांसी जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट कराएं। स्थिति नियंत्रण में है लेकिन सतर्कता जरूरी है।” विभाग ने मेरठ, प्रयागराज और कानपुर जैसे शहरों की तर्ज पर नोएडा में भी मॉक ड्रिल शुरू की है ताकि ऑक्सीजन प्लांट और स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों का आकलन किया जा सके। नोएडा में बढ़ते मामलों ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को हाई अलर्ट पर रखा है। नागरिकों से सहयोग और सतर्कता की उम्मीद की जा रही है ताकि इस नई लहर को नियंत्रित किया जा सके