BJP national president election process : भारतीय जनता पार्टी (BJP) दिल्ली विधानसभा चुनावों के बाद अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति करेगी। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के नए अध्यक्ष का चुनाव 10 से 20 फरवरी के बीच होने की संभावना है। वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 में खत्म हो गया था, लेकिन लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए उनका कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया गया था। जेपी नड्डा दिल्ली चुनावों तक पार्टी की अगुवाई करते रहेंगे।
संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया
BJP के संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। राष्ट्रीय और राज्य परिषद के सदस्य चुने जा रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करने से पहले पार्टी के राज्य इकाइयों को कम से कम 50% चुनाव पूरे करने होंगे। अब तक केवल चार राज्यों ने अपने राज्य अध्यक्षों के चुनाव पूरे किए हैं। पार्टी नेताओं के मुताबिक, संगठनात्मक चुनाव समय पर और अपने निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरे होंगे।
भाजपा के नए अध्यक्ष की रेस में कौन?
भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत की मंजूरी से किया जाएगा। हालांकि पार्टी की तरफ से इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों से यह जानकारी मिली है कि इस पद के लिए कई नामों की चर्चा हो रही है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, शिवराज सिंह चौहान, और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े का नाम इस रेस में शामिल है।
इसके अलावा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का नाम भी सियासी हलकों में लिया जा रहा है।सूत्रों के मुताबिक, विनोद तावड़े और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ भूपेंद्र यादव के नामों में से किसी एक का चयन होने की संभावना ज्यादा बताई जा रही है। ये सभी नेता पार्टी में काफी समय से कार्यरत हैं और विभिन्न पदों पर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके हैं। भूपेंद्र यादव राजस्थान से हैं, धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा से हैं, और विनोद तावड़े महाराष्ट्र से आते हैं। तीनों ही नेताओं को अमित शाह का करीबी माना जाता है।
भाजपा के अध्यक्ष बनने के लिए योग्यता
भाजपा के संविधान के अनुसार, पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष वही व्यक्ति बन सकता है, जो कम से कम 15 साल से पार्टी का सदस्य रहा हो। इसके अलावा, पार्टी में पहले भी कई नेताओं ने अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाई है। 2010 से 2013 तक नितिन गडकरी ने पार्टी की कमान संभाली थी, वहीं राजनाथ सिंह 2005 से 2009 तक और फिर 2013 से 2014 तक इस पद पर रहे थे। अमित शाह ने 2014 से 2020 तक पार्टी का नेतृत्व किया।
अध्यक्ष की नियुक्ति पर सस्पेंस जारी
भाजपा के संगठनात्मक चुनावों के बाद, नए अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर सस्पेंस जारी रहेगा। पार्टी में इस बदलाव को लेकर कई अटकलें हैं, लेकिन जो भी नए अध्यक्ष के रूप में चुना जाएगा, वह पार्टी के भविष्य को नई दिशा देने के लिए जिम्मेदार होगा। यह चुनाव पार्टी के भविष्य के लिए अहम साबित हो सकते हैं, खासकर अगले लोकसभा चुनावों से पहले।