प्रतापगढ़ से टीईटी का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। जहां फर्जी टीईटी के प्रमाणपत्र पर कई शिक्षक प्राथमिक विद्यालयों में नौकरी कर रहे थे। इस कड़ी में चार शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। चारों से रिकवरी की कार्यवाई प्रचलित है। साथ ही सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर विधिक कार्यवाई के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
15 हजार शिक्षकों की भर्ती में 4 फर्जी
दरअसल प्रतापगढ़ में प्राथमिक शिक्षा विभाग में 15 हजार शिक्षक भर्ती में फर्जी टीईटी प्रमाण पत्र लगाकर जगह बनाने वाले चार शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। ये सभी शिक्षक साल दो हजार सोलह से फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी करते हुए सरकार को चूना लगा रहे थे। एक शिकायत के आधार पर जांच में टीईटी में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि शिक्षकों का टीईटी प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए भेजा गया था। जो फर्जी पाया गया है इसके बाद चारों शिक्षकों को नोटिस देते हुए आगे इनकी सेवा समाप्त कर कर दी गई है।
2016 से प्राप्त भत्तों की रिकवरी के लिए लेटर जारी
बर्खास्त किए गए शिक्षकों में वंदना सिंह लालगंज ब्लाक, मो. एकलाख व रामप्रकाश बाबागंज ब्लाक में तो वहीं नौशाद अली बाबा बेलखरनाथ ब्लाक में तैनात थे। बीएसए ने बताया कि कार्यवाई की जड़ में आए सभी शिक्षकों से आहरित वेतन और अन्य भत्ते रिकवरी के लिए आकलन कर लेटर जारी कर दिया गया है। रिकवरी की कार्यवाही शुरू की जा रही है। इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को सम्बंधित खण्ड शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिया गया है। इन सभी का चयन 15 हजार शिक्षक भर्ती में हुआ था तथा 2016 से नौकरी कर रहे थे।
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