Rahul Gandhi Vacate Bunglow: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जहां कुछ दिन पहले ही राहुल गांधी को मोदी सरनेम मानहानि मामले में 2 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। जिसके बाद उनकी सांसद की सदस्यता भी छीन ली गई। सांसदी जाने के बाद उनसे सरकारी बंग्ला खाली करने का निर्देश दिया गया था। सरकारी आवास खाली करने के लिए उन्हें 1 महीने का समय दिया गया था। लेकिन समय से पहले ही पूर्व सांसद राहुल गांधी अपनी सरकारी बंग्ला छोड़ रहे हैं।
अपनी मां सोनिया गांधी के साथ रहेंगे राहुल गांधी
बता दें कि अब जो खबर सामने आ रही है, उसके मुताबिक कांग्रेस नेता राहुल गांधी जल्द ही अपनी मां सोनियां गांधी के घर 10 जनपथ पर शिफ्ट करेंगे। वहीं राहुल के घर का सामान सोनिया गांधी के आवास दस जनपथ शिप्ट होने लगा है। वहीं, राहुल के दफ्तर के कामकाज के लिए नया घर ढूंढा जा रहा है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष की लोकसभा सदस्यता खत्म होने के बाद राहुल गांधी को बंगला खाली करने का नोटिस मिला था। जिसके जवाब में उन्होंने सरकार को लिखा था, “मैं अस घर में 2004 से रह रहा हूं, इसलिए अस घर से मेरी कई यादें जुड़ी हुई हैं, लेकिन आपने जिस संदर्भ में मुझको यह पत्र भेजा है वह तय समय पर मैं कर दूंगा। राहुल के इस पत्र के बाद कांग्रेस पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी को घर देने की पेशकश की थी। इसमें सबसे पहला लनाम कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का था। उन्होंने कहा, राहुल चाहें तो वह अपनी मां के साथ रह सकते हैं, अहर वह वहां सहज नहीं तो वो मेरे घर में रह सकते हैं, मैं उनके लिए घर में रहने की व्यवस्था करवा दूंगा।
क्या था पूरा मामला
आपको बता दें कि राहुल गांधी को सूरत की एक कोर्ट में मोदी जाति पर की गई टिप्पणी करने को लेकर दायर किए गए आपराधिक मानहानि के मामले में दोषी करार किया गया था। जज ने उनको अधिकतम दो साल के कैद की सजा सुनाई थी और आर्थिक जुर्माना भी लगाया था। कांग्रेस नेताओं ने इस घटना को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ राजनीतिक साजिश करार दिया था।
वहीं सजा सुनाए जाने के बाद राहुल गांधी को ऊपर की अदालतों में अपील दाखिल करने के लिए अधिकतम 30 दिनों का समय दिया गया था। लेकिन उनके अपील दायर करने के पहले ही फैसला सुनाए जाने के 12 घंटों के बाद लोक प्रतिनिधित्व कानून का इस्तेमाल करते हुए उनकी संसद सदस्यता को रद्द कर दिया गया था। जिसके बाद कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ देश भर में आंदोलन शुरू कर दिया था।