Inflation Decreased Before Holi,होली से पहले आम लोगों को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि महंगाई के मोर्चे पर सरकार से अच्छी खबर आई है। फरवरी 2025 में भारत की खुदरा महंगाई दर घटकर 3.61% रह गई, जो जनवरी में 4.31% थी। यह गिरावट मुख्य रूप से खाने-पीने की चीजों की कीमतों में आई कमी की वजह से हुई है। इस तरह महंगाई पिछले सात महीनों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 4% के लक्ष्य से भी नीचे आ गई है।
आरबीआई का लक्ष्य और अनुमान से बेहतर आंकड़े
भारतीय रिजर्व बैंक ने महंगाई के लिए 2% से 6% का दायरा तय कर रखा है, जिसके भीतर यह आंकड़ा बना हुआ है। इससे पहले, रॉयटर्स के एक सर्वे में 45 अर्थशास्त्रियों ने अनुमान लगाया था कि फरवरी में महंगाई दर 3.98% रह सकती है, लेकिन असल आंकड़े इससे भी कम आए। इसका मतलब यह हुआ कि महंगाई को लेकर जो अनुमान लगाए गए थे, स्थिति उससे बेहतर रही है।
खाने-पीने की चीजों के दाम में नरमी
महंगाई कम होने का सबसे बड़ा कारण खाने-पीने की चीजों की कीमतों में आई नरमी है। सब्जियां, दालें और अन्य जरूरी खाद्य पदार्थों की कीमतें ज्यादा नहीं बढ़ीं, जिससे आम जनता को सीधा फायदा मिला। हालांकि, कुछ चीजों के दाम अब भी ऊंचे बने हुए हैं, लेकिन कुल मिलाकर स्थिति संतोषजनक रही।
औद्योगिक उत्पादन में भी तेजी
जहां एक तरफ महंगाई घटी है, वहीं दूसरी ओर देश का औद्योगिक उत्पादन भी बेहतर हुआ है। जनवरी 2025 में औद्योगिक उत्पादन में साल-दर-साल 5% की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि दिसंबर 2024 में यह सिर्फ 3.2% थी। इसका मतलब है कि देश में औद्योगिक गतिविधियां भी रफ्तार पकड़ रही हैं, जो अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है।
आम जनता के लिए राहतभरी खबर
इस बार होली से पहले आम लोगों को दोहरी खुशी मिली है। एक तरफ महंगाई घटी है, जिससे जरूरी सामान सस्ते हुए हैं, और दूसरी ओर औद्योगिक उत्पादन बढ़ा है, जिससे रोजगार और आर्थिक स्थिरता को मजबूती मिलेगी। आने वाले समय में अगर यही रुझान बना रहा तो लोगों की जेब पर बोझ और कम हो सकता है।