कहते है अगर आपको अपने विभाग की नब्ज टटोलनी हो, तो भेष बदलकर बिना किसी को बताए उनके बीच पहुंच जाओ। तभी आपको अपने विभाग की जमीनी हकीकत पता चलेगी। बता दें कि जनपद में पुलिस की व्यवस्था और कार्यशैली कैसी है, ये देखने के लिए मंगलवार रात लेडी सिंगम एसपी चारू निगम खुद गाड़ी ड्राइव कर चेकिंग पर निकल पड़ी। अपने रुतबे को लेकर काफी चर्चा का विषय बनी रहती है। वहीं गाड़ी पर लगी पुलिस की लाइट भी उन्होंने बंद कर रखी थी। ताकि पुलिस की कार्यशैली और व्यवस्था की हकीकत खुद से देख सकें। वहीं चेकिंग के दौरान ड्यूटी पर लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
आईपीएस चारू निगम मंगलवार रात करीब 2 बजे अकेले खुद से गांड़ी चलाकर सड़कों पर चेकिंग के लिए उतरी तो उस वक्त कोई लखनऊ नंबर की गाड़ी उनकी गाड़ी को ओवर टेक कर निकल गई. एसपी ने उस गाड़ी का पीछा कर उसे रुकवाया और गाड़ी के कागज चेक कर उसे समझाया। वहीं रात को एसपी के इस रुप को देख पुलिस विभाग में चर्चा तेज है। एसपी चारु निगम ने आम महिला बनकर पुलिस को लूट की झूठी सूचना दी थी। तब तत्काल प्रभाव से डायल 112 के सिपाही दारोगा मौके पर पहुंच थे लेकिन उस समय इस वीडियो में एसपी की सोशल मीडिया पर कहीं तारिफ हुई तो कहीं उन्हें ट्रोल किया गया है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि रुतबे का बेवजह इस्तेमाल करती हैं SP औरैया
बता दें कि जनपद में बीते कुछ दिनों से चोरी की घटनाओं को लेकर पुलिस की सतर्कता पर सवाल उठ रहे थे जिसको लेकर एसपी ने सतर्कता बरती और खुद ही पुलिस की जांच करन के लिए अलग तरीका निकाल। वह देर रात ट्रैक शूट पहनकर एक साधारण महिला के रुप में निकली। एसपी की गाड़ी को क तेज रफ्तार कार ने तेजी से ओवर टेक किया। एसपी ने उस गाड़ी का पीछा किया और ओवर टेक कर गाड़ी को पकड़ लिया जबकि एसपी ने इस की सूचना डायल 112 को दी. सूचना पाकर मौके पर पहुंची एसपी ने युवक को गाड़ी से बाहर निकाला और गाड़ी को चेक करते हुए कागज मांगे. इसके साथ ही गाड़ी को तेजी से ओवर टेक करने पर उससे पूछताछ में कुछ संदिग्ध न मिलने पर एसपी ने उसे जाने दिया. इससे पहले भी एसपी चारु निगम ने पुलिस की व्यवस्था को खुद परखा था.