एशिया कप(Asia cup) 2022, ये वो टूर्नामेंट था जिसने भारत को उसके चीकू यानी विराट कोहली(Virat Kohli) का फॉर्म वापस दिलाया। पूरे 1021 दिन यानी 2 साल, 9 महीने और 17 दिन बाद विराट के बल्ले से कोई अंतर्राष्ट्रीय शतक आया। 8 सितंबर को अफगानिस्तान के खिलाफ एशिया कप में विराट कोहली(Virat Kohli) ने 122 रनों की नाबाद पारी खेलकर अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का 71वां शतक लगाया।
ये शतक कई मायनों में महत्वपूर्ण था, एक तो यह कोहली का पहला T20I शतक था और उससे भी ज्यादा जरूरी ये कि इस शतक ने सालों का सूखा खत्म किया। लेकिन कोहली का यूँ फॉर्म में वापस आना महज कोई इत्तेफाक नहीं है बल्कि इसके पीछे विराट कोहली की कड़ी मेहनत, कुछ एक्सपेरिमेंट और MS Dhoni का हाथ था।
भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी(MS Dhoni) का विराट कोहली (Virat Kohli) के इस संघर्ष में क्या रोल था, ये बात खुद विराट कोहली ने बताई है। इस वीडियो में आपको हम बताएंगे वो तीन प्रमुख कारण जिनकी वजह से विराट फॉर्म में वापस आए।
नंबर 1 –
बल्ले से परहेज
एशिया कप में 28 अगस्त को पाकिस्तान से भिड़ने से पहले विराट कोहली(Virat Kohli) ने एक इंटरव्यू दिया था जिसमें उन्होने ये बताया था कि एशिया कप से पहले उन्होने पूरे एक महीने क्रिकेट बैट को छुआ तक नहीं था, और इसके पीछे एक बहुत बड़ा कारण था, कई दिग्गजों का मानना था कि विराट को क्रिकेट से ब्रेक ले लेना चाहिए लेकिन विराट ने ब्रेक इस तरह से लिया जिसे शायद किसी ने सोचा भी नहीं होगा। विराट ने कहा कि पिछले 10 साल में ऐसा पहली बार हुआ है कि उन्होने 1 महीने तक बल्ला ना छुआ हो। जिस खेल से या जिस भी चीज से आप बहुत प्यार करते हों उसे अगर एकदम से छोड़ना पड़े तो यह बहुत मुश्किल होता है, लेकिन मुश्किल दिखने वाले इस काम को भी विराट ने बखूबी किया और यह परहेज उनके गेम में वापस आने का एक कारण बना।
नंबर – 2
माही का साथ
कहते हैं कि महेंद्र सिंह धोनी(MS Dhoni) के महज साथ खेलने से कई खिलाड़ियों का करियर बन गया और इस बात में काफी हद तक सच्चाई भी है। विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी की स्किल्स को भी धोनी ने पॉलिश करने में मदद की थी, इतना ही नहीं बल्कि जब विराट अपने करियर के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे थे तब एक धोनी ही थे जिन्होने उनसे सीधा संपर्क करके उनकी हिम्मत बढाई। एशिया कप में 4 सितंबर को पाकिस्तान के हाथों 5 विकेट से हारने के बाद एक प्रेस कान्फ्रेंस में विराट कोहली ने कहा कि
“जब मैंने टेस्ट की कप्तानी छोड़ी थी तो मेरे पास सिर्फ धोनी का मैसेज आया। कई लोगों के पास मेरा नंबर था लेकिन किसी ने मुझे फोन या मैसेज नहीं किया। ये सभी चीजें मैटर करती है। मैं अपनी लाइफ इसी तरह से जीता हूं यही मेरे लिए मायने भी रखती है। चीजें कभी खराब और कभी अच्छी होती है। उसे जब ठीक होना होगा वह तभी होगा।’
इस खराब दौर में सोशल मीडिया पर तो कई खिलाड़ियों, पूर्व खिलाड़ियों और कई कोचों नें भी विराट कोहली(Virat Kohli) को अनेकों नसीहतें दीं, कपिल देव(Kapil dev) ने तो विराट को टीम से बाहर तक कर देने की बात कह डाली थी मगर महेंद्र सिंह धोनी ने सोशल मीडिया पर ना दिखावा कर पर्सनली विराट की हम्मत बढाई जो विराट की विराट वापसी में काम आई।
नंबर – 3
विराट की कड़ी मेहनत –
22 नवंबर 2019 को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में आए शतक के बाद भले ही विराट के बल्ले ने बोलना बंद करके मौन व्रत धारण कर लिया हो लेकिन कई महीनों तक के खराब दौर में भी विराट कभी भी मेहनत करने से पीछे नहीं हटे, चाहे प्रेक्टिस हो, जिम में पसीना बहाना हो या फिर मैदान पर टीम के लिए अपना 100% देना हो, विराट ने अपने खराब फॉर्म को हमेशा निखारने की कोशिश की और आखिरकार उनकी कोशिशें रंग लाईं और विराट द रन मशीन कोहली अपने पुराने अवतार में आ चुकें हैं।
इन तीन महत्वपूर्ण कारणों के अलावा कुछ और भी कारण थे जिनकी मदद से कोहली ने वापस से अपना फॉर्म पाया। अब एशिया कप में तो भारतीय टीम को निराश होना पड़ा मगर इसी साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले T20 World Cup में भारतीय टीम जरूर तगड़ी वापसी करना चाहेगी। विकाट कोहली(Virat Kohli) तो पहले ही कह चुके हैं कि टीम को विश्व चैंपियन बनाना उनका सपना है।