चित्रकूट: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आज (27 फरवरी) 5वें चरण की वोटिंग हो रही है। इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और दस्यु सम्राट ददुआ के बेटे वीर सिंह के बयान से सियासी हलकों में सरगर्मियां तेज हो गई है। उन्होंने कहा कि “मेरे पिता डाकू थे, तो इसमें मेरी क्या गलती।” उन्होंने अपनी पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा कि मैं तो हमेशा से ही विकास के मुद्दों पर प्रखर आवाज़ उठाता रहा हूं, साथ ही अनसूचित जातियों के लोगों के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर हमेशा ही सरकार से सवाल करने का काम किया है। उन्होंने ये भी कहा कि सपा सरकार आएगी तो हम यहां के आदिवासियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए केंद्र से मांग भी करेंगे।
वीर सिंह को समाजवादी पार्टी ने चित्रकूट जिले के मानिकपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने यहां से चुनाव लड़ने से साफ मना कर दिया था। उनकी तैयारी चित्रकूट विधानसभा को लेकर चुनाव लड़ने की थी, लेकिन उन्होंने पार्टी के इस फैसले का सम्मान किया और मानिकपुर विधानसभा से चुनाव लड़ने को तैयार हो गए।
वही अगर इनके सियासी सफर की बात करें तो वीर सिंह पटेल 2012 के चुनाव में सपा के टिकट पर चित्रकूट सीट से उतरे थे और हज़ारों वोटों से जीतकर विधायक बने थे। मोदी लहर में 2017 के चुनाव में बीजेपी के विधायक ने इनको मात दे दी थी। ददुआ को गुजरे 14 साल हो गए हैं, लेकिन बांदा , बुलन्देलखण्ड जैसे इलाकों में उनके नाम की तूती आज भी बोलती है और लोगों के द्वारा विरोध के सुर भी उगले जाते हैं।
(निशांत दीक्षित)