मुंबई: महाराष्ट्र में बजट सत्र के पहले ही दिन खूब हंगामा हुआ। हंगामा इस हद तक हुआ कि राज्यपाल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सत्र के पहले दिन अपना भाषण बीच में ही बंद कर दिया और सदन से चले गए। दरअसल महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार के विधायकों का आरोप है कि राज्यपाल ने हाल ही में छत्रपति शिवाजी महाराज पर विवादास्पद बयान दिया था। ऐसे में विधायकों ने गुरुवार को सदन के पहले दिन नारे बाजी की। महज 22 सेकेंड में राज्यपाल ने अपना भाषण दिया और फिर चले गए।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी जैसे ही अभिभाषण के लिए सदन में आए, सत्ता पक्ष के नेताओं ने ‘छत्रपति शिवाजी महाराज की जय’ के नारे लगाए। इसके बाद राज्यपाल ने सिर्फ 22 सेकेंड में पटल पर भाषण खत्म कर दिया। राज्यपाल के भाषण में महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले के नामों का उल्लेख करने के बाद ही संबोधन खत्म हो गया।
महाविकास अघाड़ी के विधायकों द्वारा हंगामा करने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शांति की अपील की लेकिन उसके बाद बीजेपी विधायकों ने फिर से शोर शराबा करना शुरू कर दिया। इसके बाद राज्यपाल ने भाषण छोड़ दिया। इतना ही नहीं सदन में नारे बाजी के अलावा विधायकों ने सदन के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया। एक विधायक ने विरोध स्वरूप मौके पर ही शीर्षासन किया। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के विधायकों ने छत्रपति शिवाजी महाराज पर कथित विवादास्पद टिप्पणी को लेकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया। वहीं एनसीपी विधायक संजय दौंड ने विरोध में ‘शीर्षासन’ किया।
शिवसेना विधायक मनीषा कायंडे ने कहा कि गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी क्या संदर्भ दे रहे हैं? उन्हें यह कहने की जरूरत नहीं थी। मुझे लगता है कि वह भाजपा के साथ हैं और उन्होंने सत्र शुरू होने के दौरान ही इस विवाद को उठाया। इसके साथ ही गायिका लता मंगेशकर और उद्योगपति राहुल बजाज के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित करने के बाद राज्य विधान सभा और राज्य विधान परिषद शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गई।