नई दिल्ली। गोवा में विधानसभा की सभी 40 सीटों के लिए मतदान जारी है। मतदान के बाद 301 उम्मीदवारों की किस्मत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद हो जाएगी। मतगणना 10 मार्च को होगी। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कुणाल ने कहा कि गोवा में सोमवार को 11 लाख से अधिक मतदाता 301 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रति बूथ मतदाताओं की संख्या करीब 672 है जो देश में सबसे कम है। वास्को विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 35,139 मतदाता हैं, जबकि मोरमुगांव सीट पर सबसे कम 19,958 मतदाता हैं। इस बार 68 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देश के तहत मतदान केंद्रों में सभी आवश्यक तैयारियां की गई हैं।
गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने डाला वोट, उत्पल पर्रिकर ने जीता चुनाव
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने अपना वोट डाल दिया है। सावंत ने इस दौरान कहा कि हमें किसी सहयोग की जरूरत नहीं है। सावंत ने आगे कहा कि कांग्रेस नेता माइकल लोबो और उत्पल पर्रिकर दोनों ही चुनाव नहीं जीतेंगे। नीश्चित रूप से भाजपा की सरकार बन रही है। सरकार बनाने के लिए हमें किसी के साथ बात करने की जरुरत नहीं पड़ेगी। हमें पूरी बहुमत की सरकार मिलेगी।
सीएम सावंत बोले- उत्पल पर्रिकर चुनाव नहीं जीतेंगे
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि
गोवा में सुबह 9 बजे तक 10.86 फीसदी वोटिंग
गोवा में सुबह 9 बजे तक 10.86 फीसदी मतदान हुए हैं। उत्तरी गोवा की बात करें तो यहां सुबह 9 बजे तक 11.17 फीसदी मतदान हुए हैं जबकि दक्षिणी गोवा में 10.93 फीसदी मतदान हुए हैं।
अगर उत्पल पर्रिकर जीतेंगे तो हमलोग बात करेंगे: कांग्रेस
कांग्रेस नेता माइकल लोबो ने कहा कि मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि जब तक मैं जिंदा हूं, मैं अपने बेटे उत्पल पर्रिकर को राजनीति में नहीं लाऊंगा। अगर वे आएंगे तो अपने बलबूते पर आएंगे। अगर वे जीते तो हम उनसे बात करेंगे।
गोवा के सीएम प्रमोद सावंत और सुलक्षणा सावंत ने पूजा-अर्चणा कीं
गोवा के सीएम प्रमोद सावंत और उनकी पत्नी सुलक्षणा सावंत ने श्री रुद्रेश्वर देवस्थान, हरवलम में पूजा-अर्चना की।
मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल ने पणजी में मतदान केंद्रों का दौरा किया
गोवा के पूर्व सीएम दिवंगत मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने पणजी में मतदान केंद्रों का दौरा किया। वह इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।
गोवा में चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होंगे: राज्यपाल
गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लै ने कहा कि गोवा के लोग सहयोगी हैं। कोई बड़ा राजनीतिक संघर्ष नहीं है। चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होंगे। चुनाव आयोग और सभी राजनीतिक दल प्रशंसा के पात्र हैं। मुझे उम्मीद है कि इस साल और लोग मतदान केंद्रों पर आएंगे।
गोवा में इस बार 22 से ज्यादा सीटें मिलेंगी: प्रमोद सावंत
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह-सुबह मुझे फोन कर शुभकामनाएं दी हैं। हमें उम्मीद हैं कि गोवा में फिर से भाजपा की सरकार बनेगी। मुझे विश्वास है कि हमें इस बार 22 से ज़्यादा सीटें मिलेंगी। इस बार भी लोग भाजपा को ही वोट देंगे।
गोवा के राज्यपाल और उनकी पत्नी ने किया मतदान
गोवा के राज्यपाल पी. एस. श्रीधरन पिल्लई और उनकी पत्नी रीथा श्रीधरन ने तलेइगाओ में मतदान केंद्र संख्या-15 पर मतदान किया।
आकर्षण का केंद्र गोवा का ‘गुलाबी बूथ’
गोवा पूरी तरह चुनावी माहौल में रंग गया है। इस बार ‘गुलाबी बूथ’ लोगों के आकर्षण का केंद्र है। निर्वाचन आयोग ने इस बार चुनाव को पर्यावरणपूरक बनाने के साथ ही 105 गुलाबी बूथ भी बनाए हैं जहां महिला पीठासीन अधिकारि तैनात रहेगी। वहीं, 8 बूथ दिव्यांगों के लिए भी बनाए गए हैं। राज्य निर्वाचन अधिकारी कुणाल ने कहा कि 11 इकोफ्रेंडली मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जहां बांस से बना मतदान केंद्र होगा। नारियल के छिलके और बांस की ट्रे में मास्क और सैनिटाइजर रखे रहेंगे। हमारी यह कोशिश है कि चुनाव के दौरान प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल हो।
गोवा में वर्तमान स्थिति
गोवा विधानसभा में 40 सीटे हैं, जिसमें से भाजपा के पास वर्तमान में 17 विधायक हैं, और उसे महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP), गोवा फारवर्ड पार्टी (GFP) के विजय सरदेसाई और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। गोवा फारवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन-तीन विधायक हैं। जबकि दूसरी ओर कांग्रेस के पास 15 विधायक हैं। गोवा विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के अलावा शिवसेना गठबंधन चुनावी ताल ठोक रहे हैं।
पिता की सीट पर बेटे की अग्नि परीक्षा
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर भी अपने पिता की परंपरागत पणजी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। पणजी विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा ने पणजी सीट से अतानासियो मोनसेरेट उर्फ ‘बाबुश’ को मैदान में उतारा है। हाल ही में अतानासियो कांग्रेस के नौ अन्य विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हुए थे। राज्य की चुनावी राजनीति में पणजी विधानसभा सीट का अपना ही महत्व है। पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पणजी विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया था, और वह राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री भी रहे थे।
विपक्षी दलों ने चुनाव प्रचार में झोंकी ताकत
भाजपा, कांग्रेस और टीएमसी के कई उम्मीदवारों के साथ-साथ अन्य राजनीतिक दलों ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों पर प्रकाश डालते हुए वीडियो संदेश साझा किया था। इस बीच आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी विधानसभा चुनाव के लिए बड़ा वादा किया।उन्होंने वादा किया कि है अगर उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आई तो 18 साल से अधिक उम्र की हर महिला को नकद सहायता और कई समुदायों को अन्य लाभ दिए जाएंगे।हालांकि, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने भी महाराष्ट्र के सुशासन के मॉडल को अन्य सभी राज्यों में दोहराए जाने की बात कही है।