कांग्रेस के नेता हिंदू देवी देवताओं का मज़ाक उड़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। इस बार इसी मामले को लेकर कांग्रेस की केरल इकाई के अध्यक्ष के. सुधाकरन अपने दिए हुए विवादित बयान के चलते सुर्खियों में बने हुए है। वैसे तो आपको बता दें कि के. सुधाकरन अपने अजीबोगरीब बयानों के चलते सुर्खियों में बने रहते है, लेकिन इस बार तो उन्होंने भगवान श्री राम का अपमान किया है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो ने तेज रफ्तार पकड़ ली है, जिसके चलते के. सुधाकरन का जमके विरोध हो रहा है। जनता और नेताओं ने जमकर उनकी आलोचना की है।
दरअसल, सुधाकरन ने अपने एक इंटरव्यू में पूछे गए सवाल के जवाब में रामायण का जिक्र किया था। उनसे पूछा गया था कि मालाबार और मध्य केरल के राजनेताओं के बीच क्या अंतर है? इस पर उन्होंने एक कहानी सुनाते हुए न सिर्फ भगवान राम, माँ सीता और लक्ष्मण का अपमान किया, बल्कि रामायण में वर्णित तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया।
सुधाकरन ने कहा था कि रावण को हराने के बाद पुष्पक विमान पर लंका से लौटते समय लक्ष्मण के मन में अपने भाई भगवान राम को समुद्र में धकेलने और उनकी पत्नी सीता के साथ जाने जैसे विचार चल रहे थे। उन्होंने कहा था कि हालांकि, जब तक वे मध्य केरल पहुंचे, तब तक लक्ष्मण का हृदय परिवर्तन हो चुका था। इस पर भगवान राम ने उनके कंधे पर थपथपाते हुए कहा था कि उन्होंने लक्ष्मण के मन को पढ़ लिया था और यह उनकी (लक्ष्मण) नहीं, बल्कि उस भूमि (दक्षिणी केरल) की गलती थी।
सोशल मीडिया पर जब इस वीडियो ने तेज रफ्तार पकड़ी तो उनका जमकर विरोध होने लगा। जिसके बाद उनको अपना बयान वापस लेना पड़ा। बयान वापस लेते हुए बताया कि यह मालाबार क्षेत्र में प्रचलित एक कहानी थी। वह इस कहानी को बचपन से सुनते हुए बड़े हुए है। कांग्रेस नेता सुधाकरन ने कहा कि मैंने सिर्फ एक कहानी सुनाई है, जो मैंने बचपन में सुनी थी। किसी को नीचा दिखाने या अपमान करने का इरादा नहीं था। मेरा मकसद लोगों को विभाजित करने का नहीं था।
इतना ही नही सुधाकरन ने अपने इसी इंटरव्यू में कांग्रेस अध्यक्ष पद के कैंडिडेट शशि थरूर को एक ट्रेनी बताया था। उन्होंने कहा था कि शशि थरूर कांग्रेस की अगुवाई नहीं कर सकते।
वहीं, दूसरी ओर जब मामला सुर्खियों में आया तो भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस के हिंदू विरोधी मानसिकता पर सवाल उठाया है। अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘एक राज्य (केरल) जहाँ से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी सांसद है और अपनी भारत जोड़ो यात्रा के लिए अधिकतम समय बिताया है, तो वहीं के प्रदेश अध्यक्ष ने भगवान राम, माँ सीता और लक्ष्मण का अपमान किया है। ये किस तरह के हिन्दुओं से नफरत करने वाले लोग कांग्रेस के शीर्ष पदों पर बैठे हैं, या यही उनकी योग्यता है।’