झांसी। सम्पूर्ण समाधान दिवस पर झांसी के जिलाधिकारी को इलाके में चल रहे शासकीय प्राइमरी और प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त अध्यापकों के समय से स्कूल में उपस्थित नहीं होते या अनुपस्थित रहने के साथ ही स्कूल समय से पहले बंद होने की शिकायत मिली, तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल बीएसए और एबीएसए को बुलाते हुए सख्त निर्देश दिए कि लेट लतीफ अध्यापको को तुरंत बर्खास्त किया जाये। उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि अध्यापकों की उपस्थिति शत-प्रतिशत सुनिश्चित की जाए, बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सुझाव दिया कि क्षेत्र में व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर लाइव उपस्थिति दर्ज कराना सुनिश्चित करें ताकि सभी अध्यापक समय से स्कूल पहुंचे और समय से ही स्कूल बंद हो।
तहसील मऊरानीपुर के सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने उपस्थित समस्त अधिकारियों से कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण समय सीमा में और गुणवत्ता परक किया जाए। प्राप्त शिकायतों को स्वयं संज्ञान में ले और निस्तारित शिकायतों का मौके पर स्वयं परीक्षण करें। शासन की योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति को ही मिले, पात्रता की सूची में अपात्र किसी भी दशा में शामिल न हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनसुनवाई मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल योजना है, जिसके तहत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन व आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण व समय अंतर्गत निस्तारण किए जाने के लिए समय-समय पर निर्देशित किया जाता रहा है। इसमें अधिकारियों द्वारा रुचि न लेने पर जिले की रैंकिंग पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। यह शिथिलता स्वीकार योग्य नहीं है।
उन्होंने आईजीआरएस पोर्टल पर लंबित शिकायतों की समीक्षा करते हुए उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों से कहा कि अपने विभाग की जिन क्षेत्रों से अधिक शिकायतें प्राप्त हो रही हैं उन क्षेत्रों में स्वयं भ्रमण कर जांच करें कि शिकायतें बार-बार किन कारणों से प्राप्त हो रही हैं।
उन्होंने मऊरानीपुर सभागार में विद्युत विभाग की अधिक शिकायतें, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित अन्य विभागीय अधिकारियों से अधिक शिकायतों वाले गांव में भ्रमण की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि संबंधित लंबित शिकायतों का त्वरित निस्तारण करते हुए आख्या प्रस्तुत करें, यदि अधिकारी द्वारा गलत रिपोर्ट दी जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ऐसे विभाग जिनकी लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं उन सभी को निर्देशित किया कि ग्राम मगरपुर, सकरार, रौनी, धमना पाया से समाज कल्याण, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, पंचायती राज और लोक निर्माण विभाग की एक ही शिकायत लगातार प्राप्त हो रही हैं। जिलाधिकारी ने अधिक संख्या में आए भूमि सम्बन्धित अवैध कब्जों की शिकायतों पर नाराजगी व्यक्त की। कहा कि सभी राजस्व कर्मी एवं लेखपाल अपने मूल कार्यों में रुचि लें और अपने क्षेत्र में जाये तथा सेक्टर आदि की स्वयं नाप करें ताकि भूमि विवाद उत्पन्न ही न हो।
उन्होंने समस्त लेखपालों को निर्देश दिए कि गलत ढंग से भूमि पर कब्जा करने वालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करते हुए गैंगस्टर की कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि भूमि विवाद न निपटने की स्थिति में 107/16 की कार्यवाही करें या धारा 145 पर भी कार्यवाही की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को जिन्हें जनपद में स्थाई/अस्थाई गौशाला जांच के नोडल अधिकारी बनाया गया है, वह गौशाला का निरीक्षण कर लें।
उन्होंने कहा कि गौशाला में पर्याप्त पानी की व्यवस्था, गंदगी मुक्त वातावरण, भूसा आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कर करते हुए गोवंश को बारिश से बचाए जाने के उपायों का भी निरीक्षण कर लें।
इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवहरी मीणा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुधाकर पांडेय, एसडीएम मृत्युंजय नारायण मिश्र, डीडीओ सुनील कुमार, डीपीआरओ जे आर गौतम आदि उपस्थित रहे।