कहते है शिक्षा का स्थान कैसा भी हो, लेकिन बच्चों के अंदर पढ़ने का जस्बा हों तो इस बात से फर्क नहीं पढ़ता की उसने शिक्षा कहा से ग्रहण की। इस बात को सच कर दिखाया है सुल्तानपुर के प्राइमरी स्कूलों के बच्चों ने। बता दें कि सुल्तानपुर में बच्चों को प्राइमरी स्कूलों में बहतर से बहतर शिभा मिल रही है। और ये हम नहीं कह रहें बल्कि शुक्रवार को ये बात सच साबित हुई जब एक प्राइमरी स्कूल के निरीक्षण पर खंड शिक्षा अधिकारी पहुंचे। उन्होंने कक्षा दो के बच्चे से पहाड़ा सुनाने को कहा तो बच्चे ने 43 तक का पहाड़ा सुना डाला। जिस पर खुश होकर बच्चे को 200 रुपये का नगद पुरस्कार भी दिया।
BEO ने एमडीएम का निरीक्षण किया
दरआसल, पूरा मामला जिले के कुड़वार ब्लॉक से जुड़ा है। खंड शिक्षाधिकारी श्याम बिहारी ने शुक्रवार को कई स्कूलों में सघन निरीक्षण किया। इस दौरान प्राथमिक विद्यालय देवलपुर (नरही) का भी उन्होंने औचक निरीक्षण किया। वे यहां सन्तुष्ट भी रहे। विद्यालय में कुल नामांकन 103 के सापेक्ष 79 बच्चों की उपस्थिति पाई गयी। BEO ने एमडीएम का निरीक्षण किया, जिसकी गुणवत्ता अच्छी पाई गई। जिसपर उन्होंने सभी की सराहना की! तो वहीं इसी क्रम में विद्यालय के प्रत्येक कक्षा की शैक्षणिक गुणवत्ता का उनके द्वारा अवलोकन किया गया।
बच्चे को BEO ने 200 ₹ दिया इनाम
कक्षा 2 के कक्षा प्रभारी प्रधानाध्यापक सिकंदर वर्मा के कक्षा से BEO ने बिलाल से पहाड़ा सुनाने को कहा तो बिलाल ने 43 तक का पहाड़ा सुनाया,और हिंदी के पाठ 6 तक मौखिक आदर्श वाचन किया। जिसपर खुश होकर बच्चे को BEO ने 200 ₹ का नगद पुरस्कार देकर उसका उत्साहवर्धन किया। विद्यालय के छात्रों की नियमित उपस्थिति के विषय में प्रधानाध्यापक से पूछा गया तो उन्होंने बताया की जिस बच्चे का प्रत्येक माह में 100% उपस्थिति रहती है उनको प्रत्येक माह पुरस्कृत भी किया जाता है।