उत्तर प्रदेश: लगातार सपा से नाराज चल रहे स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने अब एक और नया ऐलान कर दिया है. स्वामी प्रसाद ने सपा के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा देने के बाद अब विधान परिषद सदस्य के पद से भी इस्तीफा दे दिया है. लगातार सियासत की नई-नई चाले चली जा रही है कभी स्वामी प्रसाद तो कभी सलीम शेरवानी, सपा में लगातार उनके नताओं की पार्टी छोड़ने की खबरे आ रही है.
स्वामी प्रसाद ने सभापित को लिखा पत्र
स्वामी प्रसाद (Swami Prasad Maurya) ने विधान परिषद के सभापित को पत्र में लिखते हुए कहा कि मैं समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में विधानसभा, उत्तर प्रदेश निर्वाचन क्षेत्र से सदस्य, विधान परिषद उत्तर प्रदेश निर्वाचित हुआ हूं. क्योंकि मैंने समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है इसलिए नैतिकता के अनुसार मै विधान परिषद उत्तर प्रदेश की सदस्यता से भी इस्तीपा दे रहा हूं.
उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजे गए पत्र में कहा था कि 13 फरवरी को भेजे गए पत्र पर बात के लिए पहल न करने पर इस्तीफा दे रहा हूं.
स्वामी प्रसाद ने सपा पर लगाए आरोप
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुछ दिन पहले सपा पर उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाए और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पद से अपना इस्तीफा दे दिया था. लेकिन इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि अब गेंद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के हाथ में है. इसके बाद अब उन्होंने अपने नई पार्टी का एलान कर दिया है. आपको बता दें कि उनकी नई पार्टी का नाम राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी रखा जाएगा और इसके झंडे का रंग नीला, लाल और हरा होगा. स्वामी प्रसाद 22 फरवरी को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एक रैली को संबोधित करने वाले है.