तेजस्वी का चुनावी बम! पंचायत प्रतिनिधियों को पेंशन और ₹50 लाख का बीमा – क्या बदल जाएगा बिहार का समीकरण?

राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार चुनाव के बीच पंचायत प्रतिनिधियों के लिए बड़ा दांव चला है। उन्होंने महागठबंधन के सत्ता में आने पर उन्हें पेंशन और ₹50 लाख के बीमा कवर का वादा किया है, जिसे चुनावी मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है।

Bihar elections

Bihar elections: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के बीच एक बड़ा चुनावी दांव खेलते हुए पंचायत प्रतिनिधियों को पेंशन और ₹50 लाख का बीमा कवर देने का वादा किया है। रविवार (26 अक्तूबर) को पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि अगर महागठबंधन सत्ता में आता है तो यह योजना लागू की जाएगी। इस घोषणा को जमीनी स्तर पर व्यापक असर डालने वाला एक ‘मास्टरस्ट्रोक’ माना जा रहा है।

यादव ने दावा किया कि उनका प्रचार अभियान तेज हो गया है और बिहार की जनता बदलाव के लिए “बेचैन” है। उन्होंने मौजूदा नीतीश कुमार सरकार पर कटाक्ष करते हुए उसे “20 साल से खटारा सरकार” बताया और कहा कि लोग अब परिवर्तन चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि सभी जातियों और धर्मों के लोग उनके समर्थन में बड़ी संख्या में आ रहे हैं क्योंकि वे भ्रष्टाचार और अपराध से त्रस्त हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जनता ने पिछली सरकार को 20 साल दिए, और अब वह केवल 20 महीने मांग रहे हैं।

मानदेय वृद्धि और स्वरोजगार के लिए ₹5 लाख

तेजस्वी यादव ने अपनी Bihar सरकार बनने पर किए जाने वाले वादों की सूची में कहा कि सबसे पहले पंचायत प्रतिनिधियों का मानदेय दोगुना कर दिया जाएगा।

इसके अलावा, उन्होंने पारंपरिक पेशों से जुड़े लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने वादा किया कि सोनार, नाई, लोहार और बढ़ई जैसे पेशे से जुड़े लोगों को स्वरोजगार के लिए एकमुश्त ₹5 लाख की राशि दी जाएगी।

केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना

Bihar राजद नेता ने केंद्र की मोदी सरकार और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में जानबूझकर कारखाने और उद्योग धंधे नहीं लगने दिए गए। तेजस्वी ने कहा कि बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां, आईटी पार्क समेत सारे उद्योग गुजरात ले जाए गए, और बिहार को केवल “धोखा और ठेंगा” दिखाया गया।

उन्होंने अपनी पिछली 17 महीने की Bihar सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि उस दौरान बहुत काम हुआ था, और अगर “चाचा जी नहीं पलटे होते तो और काम होता”। गठबंधन और कांग्रेस के साथ प्रचार पर उन्होंने कहा कि वे सब साथ मिलकर काम कर रहे हैं और जल्द ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ भी प्रचार शुरू होगा। उन्होंने आत्मविश्वास जताया कि “तेजस्वी ने किसी का नुकसान नहीं किया है और न तेजस्वी से किसी को शिकायत है।”

इन लोक-लुभावन घोषणाओं के माध्यम से तेजस्वी यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि वह बिहार विधानसभा चुनाव को विकास, सामाजिक सुरक्षा और बदलाव के एजेंडे पर केंद्रित करना चाहते हैं।

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