यूपी। खाकी आए दिन अपने कारनामों के चलते चर्चाओं में रहती है। एक बार फिर खाकी अपने नए कारनामे के साथ सुर्खियों में आई है। खाकी का खौफनाक चेहरा सामने आया। दरअसल युपी के बांगरमऊ में पुलिस ने बुजुर्ग समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है। आप सोच रहे होंगे इसमें गलत क्या है।
क्योंकि पुलिस का काम ही है आरोपियों को पकड़ना या फिर जुर्म को रोकने के लिए ठोस कदम उठाना। इसमें बड़ी बात ये है कि उन्होंने तीन लोगों को बिना किसी कसूर के गिरफ्तार किया वो भी बिना किसी वारंट के। आपको बता दें कि बिना वारंट के किसी व्यक्ति को हिरासत में लेना जुर्म है। यह मामला बांगरमऊ कोतवाली के कस्बा मुन्नूमियां तलैया का है।
जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग अपना रिकाल कागज दिखाता है पर कस्बा इंचार्ज उनकी एक नहीं सुनते। बुजुर्ग फरियाद करता रहा और अपनी गिरफ्तारी की वजह पूछता रहा। लेकिन कस्बा इंचार्ज योगेंद्र प्रताप ने उनकी एक ना सुनी और लोकेंद्र सिपाही द्वारा वारंट का हवाला दिया। जिसके बाद तीनों को हवालात में बंद कर दिया। कस्बा इंचार्ज वारंट में 2 दिन कोतवाली में बंद कर चालान की हिदायत दी।
साथ ही कस्बा इंचार्ज न्यायालय के आदेश को नजरअंदाज करते हुए नकली बता दिया। कस्बा इंचार्ज ने 75 वर्षीय बुजुर्ग को भी नहीं बख्शा। बेकसूर बुजुर्ग को 2 दिन तक हिरासत में रखा। यही नहीं उन्होंने रिकॉल कागज को फॉर्मलटी बता दिया।
हद तब हो गई जब उन्हें छोड़ने के दौरान चेतावनी दी गई कि किसी से भी प्रकरण के बारे में बताया तो फर्जी केस में अंदर कर जेल भेज दूंगा।
ये भी पढ़े-Raebareli: हजारों मरीजों को दी failed samples की Aceclofenac दवा, दर्द निवारक समझकर खाते रहे मरीज