उत्तराखंड में UKSSSC को लेकर नई बहस छिड़ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यूकेएसएसएससी के औचित्य पर सवाल उठाए हैं तो कांग्रेस ने UKSSSC का समर्थन किया है। UKSSSC के कई पूर्व अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के मामले दर्ज कर उनको गिरफ्तार किया गया है।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने UKSSSC पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग यानि की (UKSSSC) को बनाने की मंशा सही नहीं थी। ऐसी संस्थाओं की जरूरत नहीं है जो राज्य की साख को गिराने का काम करें। यूकेएसएसएससी भर्ती परीक्षाओं में घपले ही घपले सामने आ रहे हैं। एसटीएफ अब तक परीक्षाओं में घपले के आरोप में आयोग के पूर्व अध्यक्ष डा. आरबीएस रावत, पूर्व सचिव मनोहर कन्याल, परीक्षा नियंत्रक आरएस पोखरिया को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं पूर्व सचिव संतोष बड़ोनी को संस्पेड किया जा चुका है जोकि चिंताजनक है।
वहीं, कांग्रेस ने त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि UKSSSC के भ्रष्ट अधिकारियों पर कारवाई की जरूरत है। कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि बीमारी के इलाज की जरूरत है। आपको बता दें कि इसी मुद्दे पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश के देवी देवताओं और जनता से माफी मांगी है। हरीश रावत ने यह कहा है कि उनके कार्यकाल में जिन अधिकारियों की नियुक्ति हुई है उनका ट्रैक रिकॉर्ड उस वक्त काफी अच्छा था। लेकिन बाद में अगर उन पर भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं तो इसके लिए हरीश रावत ने खुद को जिम्मेदार बताते हुए माफी भी मांगी है।