लखनऊ। UP Police Constable Recruitment के लिए 18 फरवरी को हुई परीक्षा चर्चाओं का केंद्र बिंदु बन गया है। अभ्यर्थीयों का कहना है परीक्षा का प्रश्नपत्र पहले से लीक हो गया था। अभियर्थी कथित पेपर लीक को लेकर परीक्षा दोबारा कराने की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थीयों के दावों के बीच कथित तौर पर लीक हुए पेपर दिखाने वाले कई वीडियो और स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल भी हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड (यूपीपीआरबी) को पेपर लीक से संबंधित दो हजार से अधिक शिकायतें मिली हैं।
मामले की जांच के बाद आरोपियों पर होगी कारवाई
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड की महानिदेशक, रेणुका मिश्रा ने विषय पर कहा, “हमें इस मामले में कई आवेदन प्राप्त हुए हैं जिस पर जांच चल रही है। शिकायतों की गहन जांच के बाद निर्णय लिया जाएगा। हमें वर्तमान जांच में जो शिकायतें मिली हैं। उसकी जांच की जा रही हैं। ज्ञात हो की अभ्यर्थियों द्वारा उठाई गई मांगों के जवाब में, यूपीपीआरबी ने पहले दावों को साबित करने के लिए सबूत मांगे थे। पेपर लीक की शिकायतों में हालिया वृद्धि ने भर्ती बोर्ड द्वारा गहन जांच को प्रेरित किया है। रिपोर्टों से पता चलता है कि UP Police Constable Recruitment को दो हजार से अधिक पेपर लीक की शिकायतें मिली हैं, जो इस मुद्दे की भयावहता को रेखांकित करती हैं।
दोबारा परीक्षा करवाने की मांग
आरोपों और निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर प्रदेश में बेरोजगार छात्रों में गुस्सा और हताशा देखी जा रही है। छात्रों ने सरकार से पेपर लीक के दावों की गहन जांच करने और पारदर्शी और निष्पक्ष परीक्षा प्रक्रिया सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। छात्रों कआ कहना है कि अगर आरोप सही साबित होते हैं तो चयन प्रक्रिया की शुद्धता बनाए रखने के लिए भर्ती परीक्षा दोबारा आयोजित की जानी चाहिए।
यूपी समेत पड़ोसी राज्यों से भी आवेदन
इससे पहले सरकार ने 60,000 से अधिक पुलिस कांस्टेबल पदों के लिए भर्ती की घोषणा की थी। इस भर्ती के लिए जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, जिसमें न केवल उत्तर प्रदेश से बल्कि बिहार, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान जैसे पड़ोसी राज्यों से भी आवेदन आए। हालांकि, कथित पेपर लीक को लेकर हुए हालिया विवाद ने पूरी भर्ती प्रक्रिया पर ग्रहण लगा दिया है, जिससे अभ्यर्थी चिंतित हैं और यूपीपीआरबी के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।