लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। सियासत उस बला का नाम है, जो अपने को पराया और पराए को अपना बना देती है। तभी तो कहा जता है राजनीति में कुछ भी संभव है। वक्त आने पर बेटा पिता के खिलाफ सियासी पिच पर बैटिंग करते दिखता है तो बेटी भी राजनीति की किंग बनने की चाहत में खुद के बांगवा से अपने को अलग कर लेती है। भारत में तो ऐसे किस्से आम हैं। बिहार का लालू परिवार की बगावत की कहानी चुनाव में दिखी। चुनाव परिणाम आने के बाद पूरी पिक्चर ही बाहर आ गई। बहन ने भाई से नाता तोड़ लिया। माता-पिता के घर को छोड़ दिया। बड़े भाई ने छोटे को खरी-खरी सुनाई। सीएम की कुर्सी पर छुटका न बैठ पाए, इसके लिए फील्डिंग भी सजाई। कुछ साल पहले ऐसा ही नजारा सैफई के मुलायम फैमिली में भी सामने आया था। चाचा शिवपाल यादव ने भतीजे अखिलेश के खिलाफ बगावत कर दी। अखिलेश के भाई की पत्नी अपर्णा यादवने भी सपा से किनारा कर लिया। दोनों खुलकर बीजेपी के साथ दिखे। नेता जी के निधन के बाद चाचा की तो घर वापसी हो गई, लेकिन बहू अपर्णा अब भी साइकिल से अपने को दूर किया हुआ है। हालांकि उनकी एक तस्वीर अब सामने आई है, जो भविष्य की राजनीति को लेकर बड़े संकेत जरूर दिए हैं।
बहुत दिनों के बाद मुलायम सिंह यादव की सैफई में फिर से उनका कुनबा जुटा। कुनबे का हर सदस्य सैफई में मौजूद था। अखिलेश भी थे। चाचा शिवपाल भी मुस्करा रहे थे। प्रोफेसर साहब भी परिवार के साथ नाते-रिश्तेदारों से मिले। डिंपल भी घर की बड़ी बहू का फर्ज निभा रही थीं। छोटी बहूरानी अपर्णा भी पति प्रतीक के साथ जेठानी डिंपल का हाथ बंटा रही थीं। ये कहानी कहानी नहीं बल्कि सच्ची हकीकत है। नेता जी के इंतकाल के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चचेरे भाई आर्यन यादव की शादी संपन्न हुई। पैतृक गांव सैफई में यह भव्य समारोह पारंपरिक रीति-रिवाजों के बीच हुआ। इसमें सपा के तमाम सांसद, विधायक और नेताओं ने शिरकत की। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने पूरी महफिल लूट ली। हर किसी की नजरें उन पर टिकी रहीं। अपने देवर की शादी में अपर्णा पति और दोनों बेटियों संग पहुंची थीं। इस दौरान अपर्णा ने जेठ अखिलेश यादव के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया। सपा मुखिया के छोटे भाई प्रतीक यादव ने भी पैर छुए।
अपर्णा ने खुद इसका वीडियो अपने एक्स हैंडल पर शेयर किया है। वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर आया, वैसे सपा कार्यकर्ता खुशी से झूम उठे। सपाईयों ने डंके की चोट पर कहा पहले चाचा शिवपाल की घर वापसी हुई। अब भाभी अपर्णा भी सपा के साथ आएंगे। 2027 में भैया अखिलेश की साइकिल को यूपी में दौड़ाएंगी। अब हम आपको बताते हैं कि मुलायम परिवार इस वक्त क्यों गदगद है। तो चलिए जानते हैं। दरअसल, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई राजपाल यादव के बेटे आर्यन यादव की 24 नवंबर को शादी सैफई में हुई। उनकी दुल्हन सेरिंग लद्दाख की रहने वाली हैं। वह सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं। विवाह समारोह में मुलायम सिंह यादव का पूरा कुनबा एकजुट नजर आया। अखिलेश यादव पत्नी डिंपल यादव और बच्चों के साथ पूरे कार्यक्रम में मौजूद रहे। छोटे बेटे प्रतीक यादव भी पत्नी अपर्णा यादव और बेटी के साथ पहुंचे। प्रतीक और अपर्णा ने परिवार के बड़े सदस्यों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया है। अपर्णा यादव इस समय बीजेपी नेता होने के साथ ही यूपी महिला आयोग की उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के भी पैर छुए। वह अखिलेश यादव, जेठानी डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव समेत तमाम परिवार के लोगों से बातचीत करती हुई भी नजर आईं।
अपर्णा यादव ने शादी कार्यक्रम से जुड़ा वीडियो भी पोस्ट किया है। लिखा कि सैफई में आयोजित पारिवारिक समारोह में सम्मिलित होकर परिवार में हम सभी के प्रिय आर्यन और बहू सेरिंग को विवाह की हार्दिक शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया। परिवार के बीच यह शुभ अवसर सभी के लिए आनंद, प्रेम और एकता का मधुर क्षण रहा। नवविवाहित दंपती का जीवन स्नेह, सम्मान और खुशियों से सदैव भरा रहे, यही परम मंगलकामना है। बता दें, अपर्णा भले ही सपा की विरोधी भारतीय जनका पार्टी की सदस्य हैं लेकिन, उन्होंने कभी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव या डिंपल यादव को लेकर कोई बयान दिया और न ही सपा अध्यक्ष की ओर से उन पर किसी तरह की टिप्पणी की गई। पहले ऐसी चर्चा थी कि बीजेपी अपर्णा को लोकसभा चुनाव क टिकट देगी। ऐसी चर्चाएं थी कि बीजेपी ने अपर्णा को कन्नौज सीट से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था। जानकार बताते हैं कि अपर्णा ने अपने जेठ अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। जानकार बताते हैं कि अपर्णा ने दो टूक शब्दों में बीजेपी हाईकमान को बता दिया था कि वह परिवार के किसी भी सदस्य के खिलाफ चुनाव के मैदान में नहीं उतरेंगी। जानकार बताते हैं कि अपर्णा और डिंपल यादव के बीच आज भी मधुर संबंध हैं।









