Milkipur Bypoll Election Results 2025 Updates: दिल्ली के साथ ही यूपी के अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट को लेकर भी 5 फरवरी को वोटिंग हुई। यहां पर बीजेपी के चंद्रभानु पासवान और समाजवादी पार्टी के कैंडीडेट अजीत पासवान के बीच मुकाबला था। आठ फरवरी को मिल्कीपुर सीट का परिणाम सामने आ गया। बीजेपी प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने सपा के गढ़ पर कब्जा जमाते हुए सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे को करारी शिकस्त देते हुए इतिहास रच दिया।
अजीत प्रसाद को करीब 80 हजार वोट मिले
मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए अयोध्या के राजकीय इंटर कॉलेज में मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो गई। पहले पोस्टल बैलेट और घर पर वोटिंग की सुविधा वाले बैलेट पेपर गिने गए। इसके बाद ईवीएम के मतों की गिनती का कार्य शुरू हुआ। कुल तीस राउंड की मतगणना में बीजेपी के प्रत्याशी चद्रभानु पासवान 60 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है। इस जीत के साथ चंद्रभानु पासवान के रूप में मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र को अपना 18वां जनप्रतिनिधि मिल गया है। समाजवादी प्रत्याशी अजीत प्रसाद को करीब 80 हजार वोट मिले हैं।
15 चुनावों में इस बार सर्वाधिक मतदान
1967 में मिल्कीपुर सीट अस्तित्व में आई थी। तब से लेकर अब यहां हुए 15 चुनावों में इस बार सर्वाधिक मतदान हुआ है। 2022 के आम चुनाव के मुकाबले भी यह आंकड़ा 5 फीसदी अधिक है। बीजेपी कैंडीडेट एक से लेकर 30 राउंड की मतगणना में बढ़त बनाए रखा। समाजवादी पार्टी के अजीत प्रसाद अपने बूथ इनायत नगर से हार गए। यहां से बीजेपी के प्रत्याशी चंद्रभानु प्रत्याशी जीत गए हैं। मिल्कीपुर सीट में मिली जीत के बाद बीजेपी कार्यालय पर जश्न का माहौल है। बीजेपी प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान के संभावित जीत पर नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनको बधाई दी है।
चंद्रभानु पासवान पेशे से वकील और व्यवसायी
39 वर्षीय चंद्रभानु पासवान पेशे से वकील और व्यवसायी हैं और पहली बार चुनाव लड़ा है। उनके पिता ग्राम प्रधान रह चुके हैं जबकि पत्नी जिला पंचायत सदस्य हैं। मिल्कीपुर में इससे पहले 1998 और 2004 में हुए उपचुनाव सपा के पक्ष में रहे थे। चंद्रभानु पासवान का जन्म तीन अप्रैल, 1986 को अयोध्या जिले के रुदौली के परसोनी गांव में हुआ था। चंद्रभानु बीजेपी की जिला कार्यसमिति के सदस्य हैं। बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायक के पिता बीजेपी के टिकट से सभासद पद के लिए मीराबाई वार्ड से मैदान में उतरे थे। हालांकि, चुनाव में उनको पराजय का सामना करना पड़ा।
चंद्रभानु पहली बार कोई चुनाव लड़ा
खास बात यह है कि चंद्रभानु पहली बार कोई चुनाव लड़ा है। हालांकि, उनके परिवार का राजनीति से ताल्लुक रहा है। बीजेपी ने जब चंद्रभानु पासवान को अपना उम्मीदवार बनाया तो कई लोगों को झटका लगा था। ये नया नाम था, जिसे पहले सुर्खियों में नहीं देखा गया था। हालांकि, बीजेपी ने अपने परंपरागत वोट बैंक के साथ ही जातीय समीकरण साधा था। जानकार बताते हैं मिल्कीपुर सीट से लेकर आधा दर्जन नेताओं ने टिकट के लिए दावेदारी पेश की थी। पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने पासी समाज से आने वाले चंद्रभानु के नाम पर मुहर लगाई थी।
मिल्कीपुर का जातीय अंकगणित
अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के आंकड़ों की बात करें तो यहां कुल मतदाताओं की संख्या 3 लाख 70 हजार है।यहां सवा लाख दलित हैं, जिनमें पासी बिरादरी के वोट ही करीब 57 हजार हैं। इसके अलावा 30 हजार मुस्लिम और 55 हजार यादवों की तादाद है। इसके साथ ही मिल्कीपुर में सवर्ण बिरादरी में ब्राह्मण समाज के 60 हजार मतदाता हैं। क्षत्रियों और वैश्य समुदाय की तादाद क्रमशः 25 हजार और 20 हजार है। अन्य जातियों में कोरी 20 हजार, चौरसिया 18 हजार हैं। साथ ही पाल और मौर्य बिरादरी भी अहम हैं।
57 हजार पासी वोटर्स
मिल्कीपुर में 57 हजार से अधिक पासी वोटर्स हैं, जो लोकसभा चुनाव में सपा के साथ रहे। बीजेपी ने उपचुनाव में बड़ा खेला कर दिया। पासी समाज के युवा नेता को कमल का सिंबल देकर सपा के गढ़ में कमल खिलाने की बुनियाद रख दी। जानकार बताते हैं कि पासी बाहूल्य इलाकों में बीजेपी को खूब वोट मिले। जानकार बताते हैं कि सीएम योगी आदित्यनाथ के इस दांव को अखिलेश यादव भांप नहीं पाए। जिसका परिणाम ये रहा कि यहां बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
मिल्कीपुर उपचुनाव में 10 उम्मीदवार
2024 में हुए लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट पर सपा के अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के लल्लू सिंह को 7,733 वोट से हराया था। अवधेश प्रसाद को 95,612 और लल्लू सिंह को 87,879 वोट मिले थे। इसके बाद अवधेश प्रसाद सांसद बने और मिल्कीपुर विधानसभा सीट खाली हो गई। सपा ने इस सीट पर अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को प्रत्याशी बनाया। जबकि बीजेपी चंद्रभानु पासवान को मैदान में उतारा। नगीना लोकसभा क्षेत्र से सांसद चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने सपा के बागी संतोष उर्फ सूरज चौधरी को मौका दिया। कुल मिलाकर मिल्कीपुर उपचुनाव में 10 उम्मीदवार चुनाव के मैदान में हैं।
2007 से लेकर 2022 तक के परिणाम
2022 में हुए विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट पर सपा के अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के गोरखनाथ बाबा को 13,338 मतों से चुनाव हराया था। अवधेश प्रसाद को 1,03,905 वोट और बाबा गोरखनाथ को 90,567 वोट मिले थे। 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के बाबा गोरखनाथ को 86,960 और सपा के अवधेश प्रसाद को 58684 वोट मिले थे। बाबा गोरखनाथ ने अवधेश प्रसाद को 28276 मतों से हराया था। 2012 में अवधेश प्रसाद ने चुनाव जीता था। सपा को 73,803 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी के रामू प्रियदर्शी 32,972 वोट पर सिमट गए थे। 2007 का चुनाव बसपा ने जीता था। आनंद सेन को 60,515 वोट मिले थे। सपा के राज चंद्र यादव को 51,136 वोट मिले थे। बीजेपी के मथुरा प्रसाद को 14,767 वोट मिले, वह तीसरे पायदान पर रहे थे।