कैसे होगी U P की अर्थव्यवस्था एक ट्रिलियन डॉलर की, सांसद जगदंबिका पाल ने दिखाया कौन सा रास्ता

सांसद जगदंबिका पाल का मानना है कि अगर भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष पिपरहवा स्तूप पर लाए जाएं, तो उत्तर प्रदेश वैश्विक बौद्ध पर्यटन का केंद्र बनेगा और एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना पूरा होगा।

Bringing Lord Buddha’s Relics to Piprahwa

Bringing Lord Buddha’s Relics to Piprahwa :उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के पिपरहवा गांव को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा है कि अगर राष्ट्रीय संग्रहालय में रखे भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को उनके मूल स्थान पिपरहवा में पुनः स्थापित किया जाए, तो यह प्रदेश की किस्मत बदल सकता है। उनका मानना है कि इससे उत्तर प्रदेश का सपना एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का सच हो सकता है।

बुद्ध के अवशेष और ऐतिहासिक महत्व

बताया जाता है कि इन अवशेषों में भगवान बुद्ध की राख और अस्थि-खंड शामिल हैं। इनके साथ-साथ सोने के आभूषण और रत्न भी मिले थे, जिन्हें बुद्ध से जुड़ा माना जाता है। यह खोज साल 1898 में ब्रिटिश इंजीनियर विलियम क्लैक्सटन पेप्पे ने पिपरहवा स्तूप की खुदाई के दौरान की थी।

“अब असंभव नहीं रहा यह सपना”

सांसद पाल ने कहा, “एक समय था जब यह सोचना भी मुश्किल था कि ये अवशेष भारत वापस आ सकते हैं। लेकिन सरकार के प्रयासों से यह संभव हुआ। अब हमारा अगला कदम है कि इन्हें पिपरहवा में ही स्थापित किया जाए।” उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले से ही प्रदेश की बौद्ध पहचान को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने की कोशिशों में जुटे हैं। पाल ने यह भी कहा कि वह इस मुद्दे पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रदेश के संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह और प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम से मुलाकात कर चुके हैं और अब इस पर औपचारिक पत्र लिखेंगे।

पर्यटन से बदल जाएगी अर्थव्यवस्था

पाल ने उदाहरण देते हुए कहा कि श्रीलंका के कैंडी स्थित दंत मंदिर में हर साल करीब 20 लाख श्रद्धालु पहुंचते हैं। वहां की अर्थव्यवस्था को इससे बड़ा सहारा मिलता है। उन्होंने कहा कि अगर अवशेषों को पिपरहवा में रखा जाए, जो पहले से ही बौद्ध सर्किट का अहम हिस्सा है, तो यह उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगा।

विकास परियोजनाओं की तैयारी

इसी बीच अधिकारियों ने जानकारी दी है कि कपिलवस्तु क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं पहले से ही चल रही हैं। पर्यटन सूचना अधिकारी प्रिया सिंह ने बताया कि करीब नौ करोड़ रुपये की लागत से एक पर्यटक सुविधा केंद्र बनाया जा रहा है, जिसका 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग का मानना है कि पिपरहवा स्तूप एक बेहद अहम बौद्ध स्थल है और इसे भगवान बुद्ध के अवशेषों का असली स्थान माना जाता है। अगर यहां बुद्ध के पवित्र अवशेष वापस लाए जाते हैं, तो यह न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से बल्कि आर्थिक रूप से भी पूरे प्रदेश को नई ऊंचाई देगा।

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