U P में प्रशासनिक फेरबदल, PCS अफसरों को पहली बार कहां और क्यों मिली अहम ज़िम्मेदारियां ,हुआ ऐतिहासिक बदलाव

उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रशासनिक फेरबदल करते हुए पहली बार सूचना विभाग में दो PCS अफसरों की तैनाती की है। यह कदम विभाग को नई ऊर्जा देगा और प्रशासनिक व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में अहम साबित होगा।

PCS officers posting

PCS Officers Posted in Information Department for the First Time: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रशासनिक ढांचे में एक बड़ा और ऐतिहासिक बदलाव किया है। हाल ही में प्रमुख सचिव (सूचना) नियुक्त किए गए IAS एम. देवराज ने दिल्ली से लौटते ही अधिकारियों के तबादले शुरू कर दिए। इनमें सबसे खास बदलाव सूचना विभाग में देखा गया, जहां पहली बार दो PCS अफसरों को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। अब निदेशालय में दो IAS अधिकारियों के साथ-साथ दो PCS अधिकारी भी काम करेंगे।

सूचना विभाग में PCS अफसरों की एंट्री

इस बदलाव के तहत अनुराग प्रसाद और आत्रेय मिश्र नाम के PCS अधिकारियों को सहायक निदेशक (सूचना निदेशालय, लखनऊ) बनाया गया है। यह पहली बार हुआ है जब PCS अधिकारियों को सूचना विभाग जैसे अहम पद पर जिम्मेदारी दी गई हो। यह नियुक्ति इसलिए भी खास है क्योंकि अब तक यह विभाग सिर्फ IAS अधिकारियों के ही अधीन रहा है।

अन्य अधिकारियों का तबादला

इसके अलावा दो अन्य PCS अधिकारियों का ट्रांसफर फील्ड पोस्टिंग में किया गया है। रजत शर्मा को SDM आगरा और आदेश सिंह सागर को SDM महोबा नियुक्त किया गया है। इस तरह सरकार ने एक साथ कई अहम पदों पर अधिकारियों को नई जिम्मेदारी सौंप दी है।

प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत करने की कोशिश

उत्तर प्रदेश में अधिकारियों के तबादले और नई नियुक्तियां पहले भी होती रही हैं। सरकार का कहना है कि इन बदलावों का मकसद प्रशासन और कानून व्यवस्था को और मजबूत करना है। पहले भी कई बार बड़े पैमाने पर IAS और IPS अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है, ताकि प्रशासनिक कामकाज तेज और असरदार हो सके।

सूचना विभाग का महत्व

सूचना विभाग को राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं का मुख्य चेहरा माना जाता है। यही विभाग आम जनता तक सरकार की योजनाओं और फैसलों को पहुंचाने का जिम्मेदार है। ऐसे में यहां PCS अधिकारियों की तैनाती को एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यह भी साफ है कि सरकार अब नई ऊर्जा और दक्षता लाने के लिए बदलाव चाहती है।

बदलाव का संदेश

PCS अधिकारियों को सूचना विभाग में भेजना यह संकेत देता है कि सरकार अब केवल IAS अधिकारियों पर ही निर्भर नहीं रहना चाहती। PCS अफसरों को भी निर्णायक भूमिका देकर सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी क्षमता पर भरोसा जताया जा रहा है।

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