Sanjay Nishad Controversy : निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद की मौत ने कई गंभीर सवालों को जन्म दिया है। फेसबुक पोस्ट के जरिए अपनी जान को खतरे में बताने वाले धर्मात्मा की मौत के बाद अब तक कोई ठोस जवाब सामने नहीं आया है। उनकी पोस्ट में हत्या की धमकी और उनके बढ़ते राजनीतिक कद से जुड़े सवाल उठ रहे हैं।
क्या धर्मात्मा का संजय निषाद से था विवाद ?
धर्मात्मा निषाद और उनके पार्टी प्रमुख संजय निषाद के बीच विवाद की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। धर्मात्मा संजय निषाद के नेतृत्व से नाराज थे, और यही नाराजगी उनकी मौत की मुख्य वजह बन सकती है। क्या धर्मात्मा का बढ़ता कद और मेंहदावल सीट से चुनाव लड़ने की योजना संजय निषाद और उनके बेटे को खटक रही थी?
फेसबुक पोस्ट और मौत में 7-8 घंटे का अंतर
धर्मात्मा की फेसबुक पोस्ट में हत्या की बात लिखने के कुछ घंटे बाद ही उनकी मौत हो गई। यह घटना कई सवालों को जन्म देती है। धर्मात्मा की पोस्ट को लगभग 6500 लोगों ने शेयर किया और 1500 से ज्यादा लोगों ने उस पर कमेंट किए। फिर भी इसे गंभीरता से क्यों नहीं लिया गया और रोकने की कोई कोशिश क्यों नहीं की गई?
इस पूरे प्रकरण में प्रवीण निषाद और उनके प्रतिनिधि जय प्रकाश निषाद की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। क्या उनका धर्मात्मा की मौत में कोई हाथ था, या ये सिर्फ पार्टी के अंदर के अंदरूनी विवाद का हिस्सा था?
संजय निषाद ने किया था दावा
संजय निषाद ने दावा किया था कि धर्मात्मा की फेसबुक आईडी हैक हो गई थी। लेकिन सवाल ये उठता है कि अगर उनकी आईडी हैक हुई थी, तो अब तक इस मामले में कोई जांच क्यों नहीं हुई? और क्या उन्होंने अपनी पार्टी के प्रदेश सचिव की मौत के बाद पूरे प्रकरण में बचाव की रणनीति अपनाई है?
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क्या एफआइआर दर्ज नहीं होगी?
धर्मात्मा की मौत के पहले की फेसबुक पोस्ट क्या एफआइआर का आधार नहीं बन सकती थी? पुलिस ने अब तक संजय निषाद और उनके बेटों के खिलाफ एफआइआर क्यों नहीं दर्ज की है? क्या जल्द ही इन मामलों में गिरफ्तारी हो सकती है?
क्या योगी सरकार गंभीर आरोपों से उबर पाएगी?
धर्मात्मा निषाद की मौत के बाद उठे आरोपों के बीच योगी सरकार की छवि पर भी सवाल उठ रहे हैं। इसको देखते क्या संजय निषाद से इस्तीफा लिया जाएगा? और इस विवाद के बाद क्या सरकार खुद को इन गंभीर आरोपों से उबार पाएगी?