Kanpur crime news: उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक चौंकाने वाला आपराधिक मामला सामने आया है। यहां अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज सिंह भदौरिया के घर पर बम चलाने के मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी कृष्णा सिंह परिहार एक दारोगा का बेटा है। कृष्णा अपने दो अन्य साथियों के साथ हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर के घर पर बम फेंकने के इरादे से गया था, लेकिन नशे की हालत में वह हिस्ट्रीशीटर का घर नहीं पहचान पाया। उसने हिस्ट्रीशीटर का घर समझकर गलती से मनोज सिंह भदौरिया के घर पर बम फेंक दिया और फरार हो गया। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
कानपुर पुलिस की जांच में सामने आया कि बम फेंकने वाला कृष्णा सिंह परिहार रायबरेली की सिमरी चौकी में तैनात एक दारोगा का बेटा है। पुलिस पूछताछ में कृष्णा ने बताया कि उसके दोस्तों, बर्रा विश्व बैंक के ओम जायसवाल और जूही गौशाला के हर्ष यादव (जो अब भी फरार हैं) ने हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर के घर पर बम चलाने की योजना बनाई थी।
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ओम जायसवाल और हर्ष यादव हिस्ट्रीशीटर अमन वर्मा के करीबी हैं। उनके कहने पर, कृष्णा नया पुरवा के यश यादव और एक नाबालिग साथी के साथ अपनी मां के नाम पर रजिस्टर्ड सफेद ऑल्टो कार लेकर बम चलाने के लिए गया था।
Kanpur डीसीपी साउथ दीपेंद्रनाथ चौधरी के मुताबिक, आरोपियों ने कार की नंबर प्लेट पर काला टेप लगा दिया था। इससे पहले तीनों आरोपी कभी हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर के घर नहीं गए थे। नशे में होने के कारण, वे बताए गए मकान की पहचान भूल गए और अंदाजे से क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज सिंह भदौरिया के घर पर बम चलाकर भाग निकले।
Kanpur पुलिस ने तीसरे आरोपी को रविवार को गिरफ्तार किया, जो नाबालिग निकला। नाबालिग को बाल सुधार गृह इटावा भेज दिया गया है, जबकि कृष्णा और यश को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। पुलिस फरार चल रहे ओम जायसवाल और हर्ष यादव की तलाश कर रही है, जिनके कहने पर यह वारदात अंजाम दी गई थी।










