कानपुर। बिधनू थानाक्षेत्र के कठुई गांव में एक किसान व उसका परिवार दशहत में हैं। सोमवार से लेकर बृहस्पतिवार तक उसके घर में 15 बार आग लगी। संदिग्ध हालत में बार-बार आगने किसान के साथ ही पड़ोसी भी खौफ में हैं। किसान ने बताया कि 12 दिसंबर को सुबह आग लगी। किसी ने तरह से उसे बुझाया। फिर शाम को अचानक आग लग गई और विकराल रूप धारण कर लिया। ग्रामीणों की मदद से किसी तरह से आग पर काबू पाया। परिवार अंधविश्वास की वजह से तांत्रियों के यहां चक्कर लगा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि ‘बुलबुल’ नाम का तांत्रिक किसान के घर पर आया और हवन-पूजन करवाया।
आग ने किसान को बनाया कंगाल
कठुई गांव निवासी किसान विनोद कुशवाहा ने बताया कि उनके परिवार में बुजुर्ग मां पिता पत्नी दो बेटी व चार बेटे हैं। बीते सोमवार को वह परिवार में काम कर रहे थे। घर में छोटी बेटी नीतू थी। इसी बीच घर के छप्पर में अचानक आग लग गई। पड़ोसियों की मदद से आग पर कापू पाया गया। इसके बाद से लगातार घर के अलग-अलग हिस्सों में 15 बार आग लग चुकी हे। बृहस्पतिवार की सुबह के बाद शाम को फिर से छप्पर में आग लग गई। देखते-देखते ही आग विकराल हो गई। पूरा परिवार दरवाजे पर आकर शोर मचाने लगा। ग्रामीणों ने पानी के जरिए आग पर काबू पाया। अनाज समेत पूरी ग्रहस्थी जलकर राख हो गई।
महज चंद मिनट के अंदर लग जाती है आग
विनोद ने बताया कि सोमवार के बाद से परिवार के लोग आग कैसे लग रही, उसकी निगरानी कर रहे हैं। अचानक धुआं निकलना शुरू होता है और महज कुछ मिनट के अंदर आग विकराल रूप धारण कर लेती है। विनोद ने बताया कि आग घर के अंदर और बाहर दोनों जगह लग रही है। 4 दिन के अंदर 12 बार आग लग चुकी है। खौफ के चलते परिवार के सदस्य अब पड़ोसियों के घरों पर राज गुजारने को विवश हैं। विनोद ने बताया कि आग सुबह और शाम के वक्त ही लगती है। रहस्यमयी आग को लेकर ग्रामीण भी डरे हुए हैं। बताया जा रहा है कि बुलबुल नाम का तांत्रिक किसान के घर पर आया था।
ग्रामीण बता रहे ‘अदृश्य शक्ति’ लगा रही आग
ग्रामीणों का कहना है कि कोई अदृश्य शक्ति है, जो विनोद के घर पर आग लगा रही है। ग्रामीण अब विनोद के घर पर पहरेदारी भी कर रहे हैं। खुद विनोद भी खेतों के बजाए घर पर रहता है। परिवार के अन्य सदस्यों की नजर जले हुए छप्पर पर रहती है। आग लगने से विनोद का सारा सामान जल गया है। ग्रामीणों ने उसे राशन मुहैया कराया है। जिसके कारण उसके घर पर रोटी पक पाती है। वहीं घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को भी दी गई है। कार्यवाहक थानाप्रभारी राजदेव ने पुनिया ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।
आठ वर्ष पहले भी रहस्यमयी आग का कहर
इससे पहले बिधनू थानाक्षेत्र के काकोरी गांव में आठ वर्ष पहले कुछ ऐसे ही हालात थे। तब ग्रामीणों ने बताया था कि घरों में रहस्यमय हालत में आग लग जाती है। ग्रामीणों का मानना था कि गांव में प्रेत आत्माएं इंसानों की बलि मांगती हैं ना देने पर अचानक घरों में आग लग जाती है। तब करीब 12 घरों में आग लगी थी और सबकी गृहस्थी जलकर खाख हो चुकी था। ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले पांच वर्ष पहले भी अचानक 15 घरों पर आग लगी थी। जिसके कारण पुलिस-प्रशासन के साथ ही फायर ब्रिग्रेड की टीम ने महीनों तक डेरा जमा कर रखा। इसके बाद एक तांत्रिक ने गांव में पूजा की थी। इसके बाद आग लगने का सिलसिला थमा था।
तब साधू से करवाई थी पूजा
काकोरी गांव में करीब 700 लोग रहते हैं। ग्रामीणों में दहशत इस कदर थी कि वह घरों से बहार खाना बना रहे थे और ज्यादा से ज्यादा समय घरों के बहार बिता रहे थे। उस दौरान भी पूरा जिला प्रशासन आग लगने के कारणों का पता लगाने में जुटा रहा था। लेकिन इसका पता लगाने में वह नाकाम रहे। जगलाल यादव ने बताया कि हमारे गांव में किसी प्रेत आत्मा का साया था। इसकी वजह से अचानक घरों में आग लग जाती थी। सबसे पहले प्रह्लाद के घर पर आग लगी थी। मनु कोरी के घर पर भी आग लगी थी। ग्रामीण बताते हैं कि उस गांव गांव में प्रेत आत्माओं का साया था। हमने एक साधू को घर बुलाकर बीते तंत्रमंत्र की पूजा कराई थी। जब से हमने पूजा कराई है तो हमें घर में शांति और सुकून मिला।