Fatehpur Tomb Dispute: फतेहपुर जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के आबू नगर नई बस्ती में स्थित नवाब अब्दुल समद मकबरे को लेकर वर्षों से चल रहा विवाद 11 अगस्त 2025 को हिंसक मोड़ ले लिया। बीजेपी और विभिन्न हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन द्वारा लगाए गए बैरिकेड तोड़कर मकबरे में प्रवेश किया और पूजा-अर्चना शुरू कर दी। उनका दावा है कि यह स्थल एक प्राचीन मंदिर है, जिसे अतीत में मकबरे में बदला गया। वहीं, मुस्लिम पक्ष इसे ऐतिहासिक मकबरा बताते हुए हिंदू संगठनों के दावों का विरोध कर रहा है। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया है, भारी Fatehpur पुलिस बल और पीएसी तैनात की गई है, तथा प्रशासन ने दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
यूपी : फतेहपुर में विवादित स्थल पर पूजा–अर्चना करने के लिए हिंदू संगठनों के हजारों लोग इकट्ठा हुए। जबरन पहली बैरिकेडिंग पार की। दूसरी बैरिकेडिंग पर पुलिस फोर्स ने रोका। BJP ने इसे मंदिर बताया है, वहीं मुस्लिमों ने इसे मकबरा। विवादित स्थल को पुलिस ने बैरिकेडिंग करके सील किया हुआ… https://t.co/CTFKBSblv0 pic.twitter.com/ES42ghu32Z
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 11, 2025
विवाद की पृष्ठभूमि
आबू नगर में स्थित नवाब अब्दुल समद मकबरा लंबे समय से हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच विवाद का केंद्र बना हुआ है। बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा, विहिप और बजरंग दल जैसे संगठनों का कहना है कि मकबरे के भीतर त्रिशूल, कमल के फूल और अन्य हिंदू प्रतीक मौजूद हैं, जो इसे मंदिर साबित करते हैं। इन संगठनों ने 11 अगस्त को यहां पूजा-अर्चना और सौंदर्यकरण की घोषणा की थी। दूसरी ओर, मुस्लिम पक्ष और राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल का कहना है कि इस स्थल के कागजात स्पष्ट रूप से इसे मकबरा दर्ज करते हैं और ऐसे दावे पूरी तरह आधारहीन हैं।
घटना का घटनाक्रम
सुबह से ही हिंदू संगठनों और बीजेपी के कार्यकर्ताओं की भीड़ स्थल पर जुटने लगी। Fatehpur प्रशासन ने पहले से ही बैरिकेड और पुलिस बल की व्यवस्था की थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़कर मकबरे में प्रवेश किया। अंदर पहुंचकर उन्होंने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए और पूजा शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस से उनकी झड़प भी हुई। हालात बिगड़ते देख अतिरिक्त पुलिस बल और पीएसी बुलाई गई।
Fatehpur जिला प्रशासन ने बताया कि यह स्थल विवादित है और पुरातत्व विभाग से इसकी ऐतिहासिक स्थिति की जांच कराई जा रही है। एडीएम अविनाश त्रिपाठी ने कहा कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है और घटनास्थल पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
दोनों पक्षों की प्रतिक्रिया
- हिंदू संगठन: विहिप प्रांत उपाध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय का कहना है कि यह हमारी आस्था का मामला है और हम मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं।
- मुस्लिम पक्ष: मस्जिद कमेटी और राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल ने इस कार्रवाई को गैरकानूनी बताया और कहा कि वे इस मामले को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे।