Shivpal Yadav UP: लखनऊ में चल रहे विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक शिवपाल यादव ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार 2047 का सपना दिखाकर जनता को गुमराह कर रही है, जबकि 2025 की जमीनी हकीकत बेहद गंभीर है। किसानों की बदहाली, बेरोजगारी, स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा और बढ़ते अपराध जैसे मुद्दों पर उन्होंने सरकार को घेरा। शिवपाल ने तंज कसा कि बीजेपी का अमृतकाल असल में “अपराधकाल” है, जहां वादे हवाई और जमीनी हालात बदतर हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जनता को भविष्य के जुमले नहीं, आज का न्याय चाहिए।
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विधानसभा में शिवपाल का सीधा हमला
उत्तर प्रदेश विधानसभा के तीसरे दिन माहौल गर्माते हुए Shivpal Yadav ने बीजेपी सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि सरकार 2047 का काल्पनिक विजन पेश कर रही है, जबकि किसानों को अभी तक वाजिब दाम नहीं मिल रहा। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का वादा हवा हो गया और आज किसान आधे दाम में फसल बेचने को मजबूर हैं। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड को ‘किसान क्रेडिट झांसा’ करार दिया। बेरोजगारी पर उन्होंने कहा कि 2047 में रोजगार देने का वादा मतलब आज के बेरोजगार तब बुजुर्ग होकर नौकरी करेंगे।
Shivpal Yadav ने कहा कि 2047 में डिजिटल हॉस्पिटल का वादा किया जा रहा है, लेकिन 2025 में स्ट्रेचर तक नहीं हैं और मरीज पेड़ से टंगी सलाइन पर इलाज करा रहे हैं। शिक्षा के हालात पर भी उन्होंने चुटकी ली कि स्मार्ट क्लासरूम का सपना दिखाने वाली सरकार आज टूटी बेंच पर बच्चों को बैठा रही है। इसे उन्होंने “स्टार्ट-स्टॉप-स्टार्ट क्लासरूम” कहा।
गरीबी और विकास का मुद्दा
गरीबी पर शिवपाल ने तंज करते हुए कहा कि बीजेपी 2047 तक गरीबी खत्म करने की बात कर रही है, यानी गरीब की जिंदगी भूखे रहने की ‘लॉन्ग टर्म प्लान’ है। विकास के नाम पर समाजवादी योजनाओं पर अपना नाम चिपकाकर फोटो खिंचवाने की राजनीति ही बीजेपी का मॉडल है।
Shivpal Yadav ने विधानसभा में कहा कि बीजेपी का 2047 विजन कोई नीति नहीं बल्कि “राजनीतिक किस्त योजना” है—हर चुनाव में नया सपना, हर साल पुराना झूठ। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जनता अब कह रही है—“भविष्य के जुमले नहीं, आज का न्याय चाहिए।”