कानपुर ऑनलाइन डेस्क। बिकरू का गैंगस्टर विकास दुबे अब इस दुनिया में नहीं है। यूपी एसटीएफ ने शातिर अपराधी को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था, पर विकास की तरफ ही कानपुर के बर्रा का रहने वाले अजय ठाकुर अब जरायम की दुनिया का नया डॉन बन गया है। कुख्यात हिस्ट्रीशीटर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसमें वह ब्लैक लग्जरी कारों के साथ शहर में दाखिल होता है। कार में डॉन की गर्लफ्रेंड भी सवार होती है। गर्लफ्रेंड के कहने पर ‘बाहुबली’ अवतार का अजय रील बनाता है। फिर क्या था पुलिस हरकत में आती है और विलेन और उसे अरेस्ट कर जेल भेज देती है। अजय के अलावा पुलिस उसकी मां और बहन पर भी मुकदमा दर्ज किया है।
कौन है अजय ठाकुर
अजय ठाकुर कानपुर का हिस्ट्रीशीटर है। अपराधी के खिलाफ शहर के विभिन्न थानाक्षेत्रों में 28 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। अजय ठाकुर ने एक घटना को अंजाम देकर फरार हो गया था। शातिर को दबोचने के लिए यूपी एसटीएफ, कानपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम लगी हुई थी। अजय पर 1 लाख रुपये तक का इनाम भी घोषित किया गया था। अजय ठाकुर के ऊपर लड़की का अश्लील वीडियो बनाने का भी आरोप है। आरोप ये भी है कि अजय ने लड़की को उसका वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी। इसी मामले को लेकर अजय ठाकुर के खिलाफ 307 के तहत केस भी दर्ज किया गया था। अजय ठाकुर के खिलाफ रेप के प्रयास का भी आरोप लगा है। अजय पर अपना दल की रैली में अपने गैंग के लड़कों के साथ हमला करने का भी केस दर्ज है।
काफिले के साथ शहर में दाखिल हुआ अजय ठाकुर
अजय ठाकुर को एसटीएफ ने दिल्ली से अरेस्ट कर जेल भेजा था। जमानत प रवह बाहर आया। 22 अक्तूबर 2024 को कानपुर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर की कोर्ट ने अजय ठाकुर को छह माह के लिए जिला बदर किया था। पुलिस ने आदेश 19 नवंबर को तामील कराया था। हालांकि छह महीने पूरे होने से पहले ही मंगलवार को अजय ठाकुर अपने साथियों के साथ काली रंग की गाड़ियों के काफिले के साथ निरालानगर ग्राउंड में दिखाई दिया। इसी काफिले में उसकी महिला मित्र भी बैठी हुई थी। अजय व उसके साथियों ने ग्राउंड में स्टंटबाजी करते हुए रील बनाईं। इसके बाद अजय ठाकुर ने उसे अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड भी किया।
अजय ठाकुर को पुलिस ने किया अरेस्ट
मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस अजय ठाकुर को अरेस्ट करने के लिए बर्रा थानाक्षेत्र के जरौली फेस 1 स्थित उसके घर पर गई। टीम को देखते ही अजय घर में घुस गया। गिरफ्तारी से बचने के लिए पहले छज्जे से लटक कर आत्महत्या करने की धमकी दी। फिर पुलिस टीम पर पथराव करते हुए ईंट से खुद के सिर पर वार कर घायल कर लिया। इस बीच उसकी मां महालक्ष्मी व बहन अंजली ने महिला एसआई सुनीता यादव और हेड कांस्टेबल प्रतिमा सिंह से मारपीट करते हुए अभद्रता की। हालांकि पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर को दबोच लिया।
सुर्खियों में छाया अजय ठाकुर
पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर व उसकी मां और बहन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर प्राथमिक उपचार के बाद हिस्ट्रीशीटर को जेल भेज दिया। अजय ठाकुर को लेकर अब सोशल मीडिया में चर्चाएं तेज हैं। लोग उसे अब छोटा विकास दुबे कानपुर वाला के नाम से पुकारने लगे हैं। बताया जा रहा है कि अजय ठाकुर ने युवा लड़कों को गैंग से जोड़कर एक बड़ी फौज तैयार कर ली है। करीब दर्जनभर कारों के काफिले के साथ जिस तरह से वह शहर में दाखिल हुआ। डॉन ने अपना भौकाल दिखाया, उसके बाद अब चर्चाएं हैं कि अगर पुलिस ने शातिर पर कड़ा एक्शन नहीं लिया तो आने वाले दिनों में वह पुलिस के साथ आमलोगों का सिरदर्द बन जाएगा।
अजय ठाकुर पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज
मामले पर पुलिस का कहना है कि, जिला बदर होने के बाद भी जिले में होने पर हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है। साथ ही पुलिस टीम पर हमला, आत्महत्या की कोशिश करने समेत अन्य गंभीर धाराओं में हिस्ट्रीशीटर और उसकी मां बहन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। सूत्र बताते हैं कि अजय ठाकुर और उसके साथियों पर पुलिस बड़ा एक्शन ले सकती है। गैंग के अन्य सदस्यों की कुंडली पुलिस खंगाल रही है।