लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। आजम खान की सियासी पारी पर ब्रेक लगाने वाले जांबाज आईएएस व मुरादाबाद के मंडलायुक्त आन्जनेय सिंह को यूपी सरकार ने उनके मूल सिक्किम कैडर के लिए रिलीव कर दिया है।नियुक्ति विभाग ने प्रतिनियुक्ति की समाप्ति पर नियमानुसार मिलने वाले 60 दिन का अवकाश भी उनके लिए स्वीकृत कर दिया है। आन्जनेय सिंह को सीएम योगी आदित्यनाथ का सबसे करीबी अफसर बताया जाता रहा है। उन्हें आईएएस ‘सुपरकॉप’ भी कहा जाता है।
मुरादाबाद के मंडलायुक्त आन्जनेय सिंह को यूपी सरकार ने उनके मूल कैडर सिक्किम रिलीप कर दिया है। आईएएस आन्जनेय सिंह करीब 10 साल यूपी में प्रतिनियुक्ति पर रहे। नियुक्ति विभाग ने मुरादाबाद के कमिश्नर का चार्ज वहां के जिलाधिकारी को दे दिया है। शासन के सूत्रों के मुताबिक, अब यह केंद्र पर निर्भर करेगा कि उनकी प्रतिनियुक्ति की अवधि बढ़ाता है या नहीं। आन्जनेय सिंह फरवरी 2015 में प्रतिनियुक्ति पर यूपी आए थे। वे यहां बुलंदशहर, फतेहपुर और रामपुर के डीएम रहे। 2 मार्च 21 से मुरादाबाद के कमिश्नर थे।
आईएएस आंजनेय कुमार सिंह फिलहाल मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर के पद पर नियुक्त हैं। दरअसल, आंजनेय कुमार सिंह यूपी के मऊ जिले के सलाहादबाद गांव के रहने वाले हैं। वे 2005 बैच के आईएएस हैं। सिक्किम कैडर के आईएएस के तौर पर उनका चयन हुआ था। सीएम रहते अखिलेश यादव 16 फरवरी 2015 में सिक्किम कैडर से आंजनेय को प्रतिनियुक्ति पर यूपी लाए थे। अखिलेश सरकार में वे खास पदों पर पर रहे। वेस्ट यूपी में बुलंदशहर के डीएम का भी कार्यभार संभाला।
आंजनेय कुमार सिंह क चर्चा रामपुर में डीएम रहते हुए खूब हुई थी। वजह थी सपा के मिनी सीएम कहे जाने वाले आजम खान से टकराव होना। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान आंजनेय रामपुर के डीएम थे। उस दौरान आजम ने चुनावी जनसभा में कहा था कि चुनाव के बाद इसी कलेक्टर से जूते साफ कराऊंगा। आजम खान के इस बयान के बाद डीएम रहते आजनेय कुमार सिंह ने उनके खिलाफ कई कार्रवाई की। बाद में, वे आजम के मामलों में प्रभावी जांच कराकर जेल भिजवाने के बाद खूब चर्चा में आ गए।
यूपी सरकार ने आंजनेय कुमार सिंह का प्रमोशन करते हुए मुरादाबाद मंडल का कमिश्नर बना दिया। रामपुर जिला भी मुरादाबाद मंडल में ही आता हैं। आईएएस आंजनेय कुमार सिंह पर आजम खान के खिलाफ एक्शन के बाद बीजेपी के इशारे पर काम करने वाले अफसर होने के आरोप झेलने पड़े। इसका फायदा भी उन्हें मिला। जब यूपी में प्रतिनियुक्ति की अवधि खत्म होती, बीजेपी सरकार से आंजनेय को एक नहीं 6 बार एक्सटेंशन मिल गया। अब लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या सातवीं बार भी उनको एक्सटेंशन मिलेगा।
सूत्रों के मुताबिक, योगी सरकार ने सातवीं बार आंजनेय का कार्यकाल यूपी में एक साल बढ़ाने की सिफारिश की फाइल केंद्र सरकार को भेज दी है। प्रशासनिक जानकारी के मुताबिक आंजनेय सिंह सिक्किम से 5 साल के लिए यूपी में प्रतिनियुक्ति पर आए थे। आंजनेय कुमार सिंह ने 16 फरवरी 2015 को यूपी में कार्यभार ग्रहण किया था। यूपी में उनकी प्रतिनियुक्ति की अवधि 2020 में पूरी होने के बाद भाजपा सरकार एक-एक साल के 4 एक्सटेंशन और 6-6 माह के दो एक्सटेंशन दे चुकी हैं। 14 अगस्त 2025 को आंजनेय की प्रतिनियुक्त एक्टेंशन अवधि खत्म हो चुकी है। 14 अगस्त को ही वह मुरादाबाद के डीएम को कमिश्नर का चार्ज देकर छुट्टी पर चले गए हैं।
फिलहाल आंजनेय कुमार सिंह की जगह किसी अफसर की अभी पोस्टिंग नहीं की गई हैं। इस कारण फिर से एक्सटेंशन मिलने की चर्चा तेज हैं। अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति अधिकतम 5 साल के लिए ही हो सकती है। बहुत जरूरी होने पर इसमें संबंधित राज्य सरकार की सिफारिश पर केंद्र सरकार एक वर्ष का एक्सटेंशन दे सकती है। अधिकतम 2 एक्सटेंशन देने की परंपरा रही है। हालांकि, आईएएस आंजनेय कुमार सिंह की प्रतिनियुक्ति अवधि यूपी में पांच साल की जगह 10 साल हो गई है। उन्हें छह एक्सटेंशन मिल चुके हैं।