लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाए हुए है। 200 से अधिक अपराधी एनकाउंटर में ढेर किए जा चुके हैं तो वहीं पांच हजार से अधिक ‘विलेन’ हॉफ एनकाउंटर में घायल हुए। कुछ ऐसा ही एक और मामला संभल जनपद में सामने आया है। यहां पर एक जेहादी चोर ने मंदिर से चोरी की वारदात को अंजाम दिया। मुठभेड़ के दौरान आरोपी पुलिस की गोली से लंगड़ा हो गया। घायल चोर को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जिले के एसपी सीधे चोर से मिले और कहा कि अगर तुमने दोबारा चोरी की तो पैर के बजाए गोली तुम्हारे सिर पर मार दी जाएगी।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, संभल जनपद के रात सीता आश्रम स्थित श्मशान घाट के मंदिरों में 26 अक्टूबर को लाखों रुपए की चोरी हुई थी। जेहादी चोर ने अपने साथी के वारदात को अंजाम दिया था। मुख्य आरोपी शौकीन इस्लामनगर बदायूं का रहने वाला है। पूछताछ में पता चला कि उसने ही मंदिर से घंटे चोरी किए थे। शौकीन ने पहले भी कई मंदिरों से घंटे चोरी किए थे। आरोपी को पुलिस जेल भी भेज चुकी है। मंदिर में चोरी की घटना के बाद पुलिस शौकीन की तलाश कर रही थी। तभी सटीक सूचना पर उसे मढैया चौराहे के पास पुलिस ने घेर लिया। बदमाशों ने खुद को घिरता देख पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में शौकीन के पैर में गोली लगी, जबकि उसका दूसरा साथी भागने में कामयाब रहा।
एसपी और चोर की बातचीत का वीडियो वायरल
पुलिस ने घायल चोर शौकीन को दबोच लिया और जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। घायल चोर से पूछताछ करने संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई अस्पताल पहुंचे। इस दौरान स्ट्रेचर पर लेटे चोर और एसपी के बीच लंबी बातचीत हुई। कुछ ही देर बाद इसका वीडियो भी सामने आ गया। इसमें एसपी चोर से कहते हुए नजर आ रहे हैं कि अगर अगली बार चोरी की तो पैर में नहीं, सीधे भेजे में गोली मारेंगे। वहीं, चोर कान पकड़कर माफी मांगते हुए नजर आ रहा है। पूरे घटनाक्रम का वीडयो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यूजर्स भी जांबाज आईपीएस अफसर के बारे में कमेंट लिखकर उनकी पीठ थपथपा रहे हैं।
कौन हैं संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई
संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई 2018 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह राजस्थान के वार्मर जिले के रहने वाले हैं। बिश्नोई का जन्म किसान सुजानाराम के घर 1 जनवरी, 1994 को हुआ था।कृष्ण कुमार बिश्नोई अपने 6 भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। पिता सुजानाराम संपन्न किसान हैं और मां गंगा देवी गृहिणी। ग्रेजुएशन के बाद उन्हें फ्रांस सरकार की तरफ से 40 लाख रुपए की स्कॉलरशिप मिली थी। कृष्ण कुमार बिश्नोई ने विश्व के चौथी सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी से राष्ट्रीय सुरक्षा में अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी की थी। 2018 में वह सिविल यूपीएससी क्वालीफाई कर आईपीएस बने। आईपीएस कृष्ण कुमार बिश्नोई कई जनपदों में एसपी रहे और माफिया-अपराधियों के खिलाफ ऑपरेशन को लांच कर यूपी के सुपरकॉप कहलाए।
बदन सिंह बद्दो की ढहा दी कोठी
कृष्ण कुमार बिश्नोई की पहली पोस्टिंग मेरठ में हुई। उन्हें परतापुर का थाना प्रभारी बनाया गया। तब मेरठ में बाहुबली बदन सिंह बद्दो की तूती बोलती थी। वो वेस्ट यूपी का बड़ा माफिया है। पुलिस ने बद्दो को अरेस्ट किया। पर माफिया पुलिस कस्टडी से फरार हो गया। बदन सिंह बद्दो पर 5 लाख रुपए का इनाम है। जांच में पता चला कि बद्दो ने टीपीनगर में जमीन कब्जाई थी। इसी जमीन पर उसने कोठी खड़ी की है। दूसरी जगह जमीन पर कब्जा कर मार्केट बनाई है। आईपीएस बिश्नोई ने सरकारी जमीन पर बनी माफिया की कोठी गिराने के लिए कार्रवाई शुरू की। बुलडोजर से बद्दो की कोठी और मार्केट को मलबे में तब्दील कर दिया। आईपीएस ने बद्दो की कोठी के मलबे को इसलिए नहीं उठने दिया, ताकि लोग याद रखें कि यह कुख्यात बद्दो की कोठी का मलबा है।
मूंछ के साथ इन अपराधियों पर एक्शन
मेरठ में ही तैनाती के समय आईपीएस कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कुख्यात योगेश भदौड़ा, जिसने गैंगवार में 20 से अधिक लोगों को मारा, उस पर भी एक्शन लिया। उसकी करोड़ों की जमीनें कब्जा मुक्त कराईं। योगेश ने अपने भदौड़ा गांव में तालाब, जोहड़ की जमीन कब्जा ली थी। यहां भी बुलडोजर चलवा दिया। एनएच- 58 पर 40 करोड़ की सरकारी जमीन भी माफियाओं से कब्जा मुक्त कराई। मुजफ्फरगनर में सुशील मूंछ सबसे बड़ा कुख्यात माफिया था। उसकी दहशत वेस्ट यूपी के कई जिलों तक थी। 20 साल पुराने गैंगस्टर केस में सुशील मूंछ को अरेस्ट कर जेल भेजा। मुजफ्फरनगर में ही कुख्यात संजीव जीवा, विक्की त्यागी की प्रॉपर्टी चिह्नित करने का काम किया। यहां सबसे बड़े माफियाओं की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलाने के साथ सरकार से अटैच की गई।
गोरखपुर में माफिया पर चला बुलडोजर
आईपीएस कृष्ण कुमार बिश्नोई की तीसरी पोस्टिंग गोरखपुर जनपद में 2022 में हुई। बतौर एसपी सिटी गोरखपुर रहते हुए उन्होंने यहां सबसे पहले ऐसे माफियाओं का रिकार्ड खंगालना शुरू किया, जिन्होंने दूसरों की जमीन और संपत्ति पर कब्जा किया था। इनमें एक लाख के इनामी विनोद उपाध्याय का नाम भी था। उसका जब रिकॉर्ड खंगाला, तो पता चला कि यह माफिया अलग-अलग जिलों में क्राइम करता है। उसने क्राइम की बदौलत अकूत संपत्ति अर्जित की। विनोद की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलवाया। माफिया और गैंगस्टर जवाहर यादव की 416 करोड़ की संपत्ति जब्त की। माफिया कमलेश बीनानाथ की 195 करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति जब्त की।