Sambhal Violence: संभल की जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस दंगाइयों के खिलाफ लगातार सबूत जुटा रही है और अब तक तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। गिरफ्तार किए गए आमिर पठान, मोहम्मद अली और फैजान अब्बासी ने पुलिस को 49 दंगाइयों की जानकारी दी है, जिनकी पहचान के आधार पर कार्रवाई जारी है। इन तीनों पर आरोप है कि उन्होंने भीड़ को मस्जिद के पास जुटने के लिए उकसाया था।
संभल में हिंसा के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। चूंकि शुक्रवार को जुमे की नमाज है जामा मस्जिद में नमाजियों की भारी भीड़ जुटने की संभावना को देखते हुए इलाके को सुरक्षा के लिहाज से किले में बदल दिया गया है। हर कोने पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि हालात पर पैनी नजर रखी जा सके।
मौके से 41 खाली कारतूस बरामद
गिरफ्तार तीन आरोपियों ने हिंसा में शामिल 49 दंगाइयों की स्पष्ट जानकारी दी है जिनकी पहचान की जा रही है। हिंसा के दिन उपद्रवियों ने 40 से अधिक गोलियां चलाई थीं। पुलिस ने 12 बोर, 32 बोर और 315 बोर के तमंचों के कुल 41 खाली कारतूस बरामद किए हैं। ये तमंचे तीन आरोपियों की निशानदेही पर मिले हैं, जिनमें एक आरोपी का नाम याकूब है। पुलिस का कहना है कि हिंसा में शामिल अधिकांश दंगाई 20 से 30 साल की उम्र के थे। अब उनकी तस्वीरों और डाटा के जरिए सटीक पहचान की जा रही है।
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ऑडियो क्लिप से खुलेंगे कई राज
संभल हिंसा मामले में पुलिस को अहम सबूत हाथ लगे हैं जिनमें एक ऑडियो क्लिप भी शामिल है। इस ऑडियो में एक आरोपी लोगों को जामा मस्जिद के पास जुटने और अपने साथ “सामान” लाने के लिए कहता सुनाई दे रहा है। ऑडियो में आरोपी समीर वारिस नाम के व्यक्ति से संपर्क कर उसे मस्जिद के पास आने और “सामान” लाने की बात कहता है। बातचीत के दौरान पीछे से भीड़ और शोर की आवाजें भी सुनाई देती हैं।
पुलिस ने यह ऑडियो गिरफ्तार आरोपी समीर के फोन से बरामद किया है। समीर को पत्थरबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक पश्चिमी यूपी में “सामान लाने” का मतलब आमतौर पर देसी कट्टा लाने से होता है। इस ऑडियो के जरिए पुलिस को हिंसा के पीछे की साजिश की गहराई से जांच में मदद मिल रही है।