लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। नवंबर गर्म रहा। दिसंबर का पहले सप्ताह में घरों पर एसी, कूलर और पंखे चले। लेकिन अचानक मौसम ने करवट बदला और यूपी में ठंड ने दस्तक दी। जिसके कारण हार्ट और ब्रेन स्ट्रोक मरीजों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ। हैलट और हद्यरोग संस्थान में मरीजों की संख्या चार गुनी बढ़ गई। सर्दी के थर्ड डिग्री ने प्रदेश को शिमला बना दिया। कानपुर में 12 दिसंबर की तारीख सबसे सर्द रही। 20 साल के बाद पारा 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने प्रदेश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मतलब अभी हाड़ कंपाने वाली ठंड बनी रहेगी। साथ ही शीतलहर और पाला में इजाफा होगा।
इस वजह से पड़ रही कड़ाके की ठंड
दरअसल, पिछले 6 दिनों के दौरान उत्तराखंड से लेकर हिमाचल और कश्मीर तक के पहाड़ बर्फ से सफेद हो चुके हैं। कश्मीर घाटी में जबरदस्त बर्फबारी देखने को मिली है। हर जगह बर्फ की सफेद चादर ही दिख रही है। जिसका असर अब मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है। बर्फीली हवाओं के असर से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। यूपी के कई इलाकों में शीतलहर और पाले का प्रकोप जारी है। इसकी वजह से रात 10 बजे के बाद ही ज्यादातर सड़कें सूनी हो जाती हैं। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में शीतलहर का प्रकोप और बढ़ेगा। दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह तक शीतलहर के साथ कोल्ड डे के न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहने का अनुमान है।
अयोध्या रहा सबसे सर्द
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार यूपी के कई जिलों में शनिवार की सुबह और शाम के समय हल्का कोहरा छाया रहेगा। दिन में आसमान साफ रहेंगे। गुनगुनी धूप खुलेगी। अधिकतम तापमान 24 और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। गुरुवार को यूपी का अयोध्या सबसे ठंडा जिला रहा। यहां पर न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो कि सामान्य से लगभग 5 डिग्री सेल्सियस कम है। मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर अतुल सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा। सुबह-शाम के समय कुछ शहरों में हल्का कोहरा छाया रहेगा.। शीतलहर का प्रकोप भी कुछ इलाकों में जारी रहेगा। महीने के अंतिम दिनों में कुछ जगहों पर कोल्ड डे की स्थिति रह सकती है। कुछ जनपदों में पाला भी पड़ना शुरू हो गया है।
तापमान में गिरावट का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, 20 दिसंबर के बाद अधिकतम तापमान में तेज गिरावट आ सकती है, जिससे अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वायुमंडलीय एवं समुद्र अध्ययन केंद्र के प्रमुख प्रो. सुनीत द्विवेदी ने बताया कि तापमान में गिरावट का यह दौर अभी जारी रहेगा, और अगले कुछ दिनों में ठंड और सर्दी में इजाफा होने की संभावना है। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिम में वर्षा के चलते पछ़ुआ हवा में नमी बढ़ गई है। हवा की गति बढ़ने से ठंड का प्रभाव भी बढ़ गया है। दिसंबर के आखिरी सप्ताह में यूपी के कई जिलों में बारिश का भी अनुमान है। बारिश होने से कोहरा कम होगा और शीतलहर पर कुछ हद तक विराम लगेगा।
सावधानी बरतें लोग
इस बदलते मौसम के साथ स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनना, ताजे गर्म पानी का सेवन करना और बाहर जाने से पहले मौसम का अनुमान लेना अत्यंत आवश्यक होगा। चिकित्सकों का कहना है कि दिन में तेज धूप, शाम के बाद तीव्र होती गलन से 24 घंटे में ही दो तरह का वातावरण बन रहा है, इसमें सावधान रहने की आवश्यकता है। इस मौसम में थोड़ी सी भी असावधानी से ठंड लग सकती है। चिकित्यकों का कहना है कि हार्ट के मरीज सावधानी बरतें। गर्म पानी से स्नान करें और गुनगुना पानी पिएं। रात के वक्त घर से बाहर न निकलें। ब्रेन और लाकवा के मरीज भी ठंड से बचाव करें।
इन जिलों में शीतलहर का कहर
यूपी के कानपुर, कानपुर देहात, फतेहपुर के अलावा आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर एवं आसपास इलाकों में शीतलहर की संभावना है।
इन जिलों में पड़ेगा पाला
यूपी के देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बहराइच, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत एवं आसपास इलाकों में पाला (तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस रहना या उससे नीचे जाने से पेड़-पौधों व वस्तुओं पर बर्फ की चादर का नजर आना) पड़ने का अनुमान है। कानपुर मंडल में भी पाला पड़ेगा। ऐसे में किसान सर्तक रहें। फसलों पर पानी दें।