CM Yogi on UP investment: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म’ के मंत्र को आत्मसात कर उत्तर प्रदेश देश का सबसे पसंदीदा इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बन गया है। सीएम ने इन्वेस्ट यूपी की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी निवेशकों की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की औद्योगिक नीतियों को वैश्विक मानकों के अनुरूप बेहतर बनाते हुए नए सेक्टरों के लिए जल्द नई नीतियां घोषित की जाएंगी। सीएम ने विशेषज्ञों की मदद से ‘इन्वेस्ट यूपी’ को मॉडल प्रमोशन एजेंसी बनाने और निवेश प्रक्रिया को और सरल करने पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन्वेस्ट यूपी की समीक्षा बैठक में साफ शब्दों में कहा कि उत्तर प्रदेश अब वैश्विक निवेश मानचित्र पर तेजी से उभर रहा है। इसे और मजबूती देने के लिए तकनीक आधारित, पारदर्शी और सहज निवेश प्रणाली की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि ‘इन्वेस्ट यूपी’ को एक ऐसी मॉडल एजेंसी के रूप में विकसित किया जाए जो वैश्विक स्तर पर उद्योगों से संवाद कर सके।
CM Yogi ने कहा कि उद्योगों को अब भी कई स्तरों पर विभागों से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेने पड़ते हैं, जो प्रक्रिया को धीमा करते हैं। इसे समाप्त कर ‘सिंगल विंडो एक्ट’ लागू किया जाए। इसके तहत बड़े निवेश के लिए औद्योगिक विकास विभाग को एकल स्वीकृति देने का अधिकार मिले। उन्होंने कहा कि आवेदन की प्रक्रिया इतनी सहज हो कि उद्यमियों को किसी विभाग के चक्कर न लगाने पड़ें।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि तय समयसीमा में यदि विभाग अनुमति नहीं देते हैं तो ‘डीम्ड अप्रूवल’ की व्यवस्था लागू की जाए। साथ ही, निवेश मित्र की संरचना में बदलाव कर इसे ज्यादा प्रभावी बनाया जाए।
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CM Yogi ने निवेश सारथी पोर्टल को और उपयोगी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक निवेशक हमारे लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए सभी की सुविधा व सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उद्यमी मित्रों की भूमिका को और मजबूत किया जाए, जिससे स्थानीय स्तर पर निवेशकों की समस्याएं समय रहते हल हों।
सीएम योगी ने इन्वेस्ट यूपी के अंतर्गत ‘चेज़िंग सेल’ के गठन के निर्देश भी दिए, जिसमें विभिन्न इंडस्ट्रियल सेक्टर के विशेषज्ञों को जोड़ा जाए। यह सेल संभावनाओं वाले नए सेक्टरों को चिन्हित कर, निवेश आकर्षित करने में सहायक होगी।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के दूतावासों के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से संपर्क बनाना चाहिए। साथ ही, इन्वेस्ट यूपी शासी निकाय की हर छह महीने में बैठक अनिवार्य रूप से आयोजित की जाए।
CM Yogi ने भविष्य की नीतियों की झलक भी दी। उन्होंने कहा कि वैश्विक क्षमता केंद्र, फुटवियर एवं लेदर पॉलिसी, सर्विस सेक्टर पॉलिसी, फिनटेक पॉलिसी और बायोटेक पॉलिसी को जल्द अंतिम रूप दिया जाए। इसके साथ ही, लैंडबैंक का विस्तार और भू-उपयोग परिवर्तन की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए ताकि उद्योगों को जमीन की उपलब्धता में कोई बाधा न आए।