SP leaders bank fraud: सुल्तानपुर के लंभुआ में समाजवादी पार्टी नेताओं के व्हाट्सएप ग्रुप में भेजे गए एक फर्जी शादी कार्ड ने ऐसा कहर ढाया कि दर्जनों नेता और कार्यकर्ता अपनी जमा पूंजी से हाथ धो बैठे। शादी का यह डिजिटल कार्ड सपा के झंडे के रंगों में बनाया गया था और जैसे ही नेताओं ने इसे डाउनलोड या ओपन किया, उनके मोबाइल हैक हो गए और खातों से लाखों रुपये उड़ गए। कार्ड भेजने वाला व्यक्ति भी ग्रुप का सदस्य निकला, जिसका नाम जितेंद्र वर्मा उर्फ बाजीगर बताया जा रहा है। अब पीड़ित नेता एकजुट होकर साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवा रहे हैं, लेकिन तब तक लंभुआ में यह ‘शादी कार्ड कांड’ एक बड़ी डिजिटल ठगी बन चुका है।
झंडे के रंगों में शादी कार्ड, डाउनलोड करते ही मोबाइल हैक
सुल्तानपुर जनपद की लंभुआ विधानसभा में समाजवादी पार्टी SP के नेताओं और कार्यकर्ताओं के व्हाट्सएप ग्रुप में यह डिजिटल कार्ड भेजा गया था। कार्ड को देखकर किसी को शक नहीं हुआ क्योंकि यह पूरी तरह सपा के झंडे के लाल-हरे रंग में बना था और उस पर शादी की तारीख 25 जुलाई 2025 लिखी थी। साथ ही लिखा था— “प्यार वह मास्टर कुंजी है, जो खुशी का द्वार खोलती है।” इस संदेश और आमंत्रण को देखकर दर्जनों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कार्ड खोल लिया।
जैसे ही SP कार्ड ओपन किया गया, मोबाइल फोन हैक हो गए और यूजर्स को भनक भी नहीं लगी। जब तक किसी को कुछ समझ आता, कईयों के खाते से 50 हजार, किसी के 1 लाख तो किसी के 1.25 लाख तक की रकम गायब हो चुकी थी।
पंचायत से लेकर प्रदेश सचिव तक हुए शिकार
देहात कोतवाली के केनारा गांव के प्रधान मनीष यादव ने बताया कि उन्होंने जब कार्ड खोला, तो खाते में रकम नहीं थी। बाद में जब 74,000 रुपये आए, तो कुछ ही घंटों में तीन बार में निकल गए। पंचायत सचिव लवनीत शर्मा के खाते से भी 90 हजार की कटौती हो गई।
हरिकेश यादव, नवनीत यादव, उमेश गौतम, प्रदीप यादव सहित कई अन्य कार्यकर्ताओं के खातों से भी 50 हजार से लेकर 1.25 लाख रुपये तक की रकम उड़ गई। नवनीत यादव, जो यूथ ब्रिगेड के प्रदेश सचिव हैं, उन्होंने बताया कि जैसे ही कार्ड खोला, मोबाइल पूरी तरह लॉक हो गया और कुछ देर बाद खाते से रकम निकल गई।
एपीके फाइल के जरिए किया गया साइबर अटैक
बताया जा रहा है कि इस डिजिटल लूट को एक एपीके (APK) फाइल के जरिए अंजाम दिया गया, जो कार्ड के साथ छिपाई गई थी। जैसे ही कार्ड डाउनलोड किया गया, फोन की सुरक्षा तंत्र टूट गई और साइबर अपराधियों ने रिमोट एक्सेस से फोन को कंट्रोल कर लिया।
साइबर पुलिस को इस धोखाधड़ी की कई शिकायतें मिल चुकी हैं और प्राथमिक जांच में यह बड़ा साइबर फ्रॉड का मामला प्रतीत हो रहा है। पुलिस अब ग्रुप में मौजूद उस शख्स की तलाश कर रही है जिसने यह कार्ड पोस्ट किया था।
पार्टी में मचा हड़कंप, अलर्ट जारी
समाजवादी पार्टी SP की स्थानीय इकाई में इस घटना के बाद हड़कंप मच गया है। जिलास्तरीय पदाधिकारियों ने सभी कार्यकर्ताओं को अलर्ट किया है कि कोई भी संदिग्ध लिंक, कार्ड या फाइल ओपन न करें। सपा प्रदेश नेतृत्व को भी इसकी जानकारी दे दी गई है और साइबर क्राइम की विस्तृत जांच की मांग की गई है।
यह कांड केवल एक ठगी नहीं, बल्कि एक राजनीतिक संगठन को निशाना बनाने की सुनियोजित साजिश भी माना जा रहा है।