Uttar Pradesh: संभल जिले के कैलादेवी थाना क्षेत्र (Uttar Pradesh) में बुधवार देर रात एक छात्रा की गोली मारकर हत्या का मामला सामने आया था। शुरुआती जांच में इसे अपहरण और दुष्कर्म से जुड़ा मामला माना जा रहा था।
छात्रा के भाई ने आरोप लगाते हुए रिंकू और उसके मामा के खिलाफ केस दर्ज कराया था, जिन पर अपहरण और दुष्कर्म का आरोप था। हालांकि, पुलिस की गहन जांच ने इस केस में चौंकाने वाले मोड़ ला दिए हैं। पुलिस ने घटनास्थल से लेकर गाजियाबाद तक के सीसीटीवी फुटेज की जांच की है।
हॉरर किलिंग का मामला आया सामने
कॉल रिकॉर्ड और सामूहिक पुरातात्विक चीजों की जांच के बाद, चौथे व्यक्ति का विवरण मेल नहीं खा रहा था। इससे पुलिस का शक हॉरर किलिंग की ओर बढ़ने लगा। यह परिवार मूल रूप से संभल का निवासी है, लेकिन वर्तमान में गाजियाबाद के एक गांव में रह रहा है। 23 फरवरी को आइजॉल ने गाजियाबाद में लूट और डकैती का मामला दर्ज कराया था।
18 सितंबर को संभल के गांव के पास इलेक्ट्रॉनिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। परिजनों ने जमानत पर रिहा दोनों आरोपियों पर ही हत्या का आरोप लगाकर मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने छात्रा के परिजनों और घटनास्थल से लेकर गाजियाबाद तक के सीसीटीवी फुटेज की जांच की।
साथ ही, कॉल डिटेल्स की गहनता से पड़ताल करने के बाद पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले। इन सुरागों के आधार पर पुलिस ने छात्रा की मां और दोनों भाइयों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसके बाद सच्चाई का खुलासा हुआ। तीनों ने छात्रा की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली।
पुलिस ने घटना का सीन किया रीक्रिएट
रविवार सुबह को पुलिस ने छात्रा की मां और उसके भाई को घटना स्थल पर लेकर जाकर सीन का पुनर्निर्माण कराया। सीन के अनुसार, भाई ने छात्रा को बाइक पर बैठाकर गांव की ओर ले जाकर हत्या की थी। जबकि दूसरा भाई मिलक गांव के रास्ते से घटनास्थल पर पहुंचा था। इस पूरे सीन की पुलिस ने वीडियोग्राफी कराई और हर पहलू की गहराई से जांच की।
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने जानकारी दी कि मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि रविवार दोपहर को इस जघन्य ऑनर किलिंग का खुलासा किया जाएगा और मामले की पूरी जानकारी मीडिया के समक्षरखीजाएगी।