New plans for folk artists उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने विभागीय अधिकारियों के साथ पर्यटन भवन में बैठक कर संस्कृति विभाग की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने लोक कलाकारों की भलाई के लिए कई अहम फैसले लिए और अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए।
कलाकारों के लिए बीमा और पारदर्शी प्रक्रिया
जयवीर सिंह ने कहा कि राज्य में लोक कलाकारों के लिए “कलाकार कल्याण बीमा योजना” शुरू की जाए, ताकि उन्हें किसी संकट में सहायता मिल सके। इसके अलावा कलाकारों के पंजीकरण से लेकर उन्हें कार्यक्रम देने और भुगतान करने तक की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए।उन्होंने साफ कहा कि कार्यक्रम बांटने में किसी भी तरह की अनियमितता या भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर किसी अधिकारी की गलती पाई गई, तो उस पर FIR दर्ज कर जेल भेजा जाएगा।
बुजुर्ग कलाकारों की पेंशन में बढ़ोतरी
संस्कृति मंत्री ने वृद्ध और योग्य कलाकारों की पहचान कर उन्हें पेंशन योजना से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभी जो पेंशन 2000 रुपये दी जा रही है, उसे बढ़ाकर 4000 रुपये प्रति माह किया जाए। इसके लिए अखबारों में विज्ञापन निकालकर पात्र कलाकारों को जोड़ा जाएगा।
लोक कलाकारों के लिए WhatsApp ग्रुप
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी पंजीकृत लोक कलाकारों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए ताकि उनके साथ सीधी बातचीत हो सके। साथ ही, कार्यक्रम मिलने पर कलाकारों को 50% रकम एडवांस में दी जाए और कार्यक्रम खत्म होने के एक हफ्ते के अंदर बाकी रकम भी पहुंच जाए।
स्थानीय कलाकारों को मिलेगा मंच
मंत्री ने कहा कि अब से बड़े-बड़े और महंगे कलाकारों की जगह स्थानीय कलाकारों को मौके दिए जाएं, जिससे हर पंजीकृत कलाकार को अपनी कला दिखाने का अवसर मिल सके। इसके लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई जाएगी जो कार्यक्रमों के आवंटन और भुगतान पर नजर रखेगी।
वाद्य यंत्रों की खरीद और संरक्षण पर भी जोर
वाद्य यंत्रों की खरीद में भी पारदर्शिता रखने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री ने कहा कि पिछली बार खरीदे गए वाद्य यंत्रों की गुणवत्ता की जांच होनी चाहिए और बिना बांटे गए वाद्य यंत्रों की गिनती भी की जाए। विलुप्त हो रहे वाद्य यंत्रों को बचाने के लिए एक विशेष कार्यशाला करवाई जाएगी।
कलाकारों को मिले बराबरी की सुविधा
जयवीर सिंह ने कहा कि जैसे ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के तहत दूसरे राज्यों के कलाकारों को यूपी में सुविधाएं मिलती हैं, वैसे ही यूपी के कलाकारों को दूसरे राज्यों में भी उतनी ही सुविधाएं मिलनी चाहिए।
संस्थानों और स्मारकों का बेहतर प्रबंधन
उन्होंने वृंदावन शोध संस्थान की ऑडिट, छात्रों के शैक्षिक भ्रमण, रिक्त पदों की भरती, लंबित जांच और अनुशासन संबंधी मामलों की समीक्षा करने के निर्देश भी दिए। साथ ही, अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मस्थान पर बने स्मारक का संचालन जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद, आगरा के जरिए करवाने को कहा।