वाराणसी ऑनलाइन डेस्क। पूरे देश में देव दीपावली (Varanasi Dev Deepawali) का पर्व बड़े धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। अयोध्या से लेकर कानपुर में भक्त भोर पहर गंगा के घाटों पर पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाकर पुण्ण कमाया। कुछ ऐसा ही नजरा वाराणसी में भी देखन को मिला। देव दीपावली महोत्सव में हजारों दीप गंगा के घाटों पर जलाए गए। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में नमो घाट का लोकार्पण किया। इस दौरान हर- हर महादेव का जयकारे की गूंज से पूरा इलाका सराबोर हो गया। काशी के बबुआ पांडेय घाट पर 51 हजार दीयों से बंटेंगे तो कंटेगा का नारा सबको लुभा रहा था।
कुछ इस तरह से बोले उपराष्ट्रपति
देव दीपावली (Varanasi Dev Deepawali) के अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पत्नी के साथ वाराणसी पहुंचे। राज्यपाल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने नमो घाट को जनता को समर्पित किया। उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज वह पल हमारे जीवन में आया है, जिसकी कल्पना मैंने कभी नहीं की थी। ये बहुत बड़ा दायित्व था। उपराष्ट्रपति ने कहा कि मैंने सीएम योगी से बोला ये दुनिया का सबसे बड़ा घाट है। उन्होंने कहा भारत के अलावा घाट है कहां। इस पर उन्होंने नमो पार्वती पतये, हर – हर महादेव का जयकारा लगाया।
लुभा रहा 75 फीट ऊंचा नमस्ते स्कल्पचर
विश्व स्तरीय सुविधाओं वाले खुबसूरत नमो घाट (Varanasi Dev Deepawali) में उदयागामी भगवान भास्कर का अभिवादन करता नमो घाट का 75 फीट ऊंचा नमस्ते स्कल्पचर पर्यटकों को लुभा रहा है। देश-विदेश से लाखों की संख्या में पहुंचे भक्त गंगा घाटों पर दीप महोत्सव का आनंद उठा रहे हैं। गायघाट पर आकर्षक सजावट रही। यहां लोगों की भीड़ जुट गई। दीपों की श्रृंखला बनाकर लोग उसमें घी और तेल डाल रहे थे। घाट पर भगवान शिव की प्रतिमा के साथ देवी-देवताओं की अन्य मूर्तियां लोगों को लुभा रही थीं।
लोगों का जमघट
काशी की देव दीपावली (Varanasi Dev Deepawali) देखने के लिए घाटों से लेकर कुंड, तालाब और मंदिरों में लोगों का जमघट लगा है। विश्वनाथ धाम में बनाई गई रंगोली और यहां का सजावट लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना है। लोग दीये जलाने के साथ ही आकर्षक नजारे को निहारने के लिए घाटों पर पहुंच रहे हैं। विश्वनाथ धाम में बनाई गई रंगोली और यहां का सजावट लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना है। घाट पर भगवान शिव की प्रतिमा के साथ देवी-देवताओं की अन्य मूर्तियां लोगों को लुभा रही थीं। वहीं नमो घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
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‘बंटोगे तो कटोगे’ भी बना आकर्षण का केंद्र
इस बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नारा ‘बंटोगे तो कटोगे’ भी काशी के बबुआ पांडेय घाट पर खास अंदाज में लिखा गया है। स्थानीय निवासी सुनील उपाध्याय ने बताया कि, यह बबुआ पांडेय घाट है। मैं यहां अपने दोस्तों संग मिलकर इस दीप समारोह का आयोलन किया है। हम लोग सनातन धर्म को मानने वाले लोग हैं। हमारे सबसे बड़े पर्वों में से एक है देव दीपावली। उन्होंने आगे कहा कि ऐसा कहा जाता है कि आज के दिन देवता काशी पधारते हैं। उनके स्वागत में हम लोग दीप जलाते हैं।
51000 दीपों का इस्तेमाल
सुनील उपाध्याय ने कहा, हमारे सीएम योगी भी सनातन धर्म के बड़े अनुयायी हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि बंटोगे तो कटोगे। उन्हीं के इस बयान से हम देश विदेश के सैलानियों को संदेश देना चाहते हैं। हम सबको काशी की धरती से संदेश देना चाहते हैं कि बंटोगे तो कटोगे, इसलिए हमें एक होकर रहना है। इस स्लोगन को लिखने के लिए करीब 51000 दीपों का हम लोगों ने इस्तेमाल किया है। जिसे देखने के लिए हजारों लोग पहुंच रहे हैं।
उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि
बता दें कि वाराणसी (Varanasi Dev Deepawali) में शुक्रवार को मनाई जाने वाली देव दीपावली के अवसर पर सभी 84 घाटों को 17 लाख दीयों से रोशन किया गया है। इस बार घाटों पर सजाए जाने वाले दीये महिला सशक्तिकरण को समर्पित किए गए हैं और काशी के घाटों पर दिवंगत उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि भी दी गई है। वहीं घाटों से लेकर शहर तक सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम हैं। इसी क्रम में रीवा कोठी की छत पर मौजूद एटीएस की टीम पल- पल की गतिविधियों पर दूरबीन से नजर रख रही है। पुलिस प्रशासन के लोग भी सादी वर्दी में चहलकदमी कर रहे थे।