एक के बाद एक लगातार दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के साथियों को सलाखों का दरवाजा दिखा दिया जा रहा हैं। पहले सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और अब अगला कौन यह सबसे बड़ा प्रश्न हर किसी के जहन में चल रहा हैं। वैसे तो संजय सिंह से पूछताछ के बाद ईडी ने अब उनके दो करीबियों को यानी सर्वेश मिश्रा और विवेक त्यागी को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है। सर्वेश और विवेक दोनों ही आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं।
वहीं अगर देखा जाए तो सर्वेश मिश्रा आप पार्टी के प्रवक्ता की जिम्मेंदारी को निभा रहे है वही विवेक त्यागी हापुड़ में जिला प्रभारी हैं। अब पूछताछ में क्या निकलता है वह देखने वाला विषय होगा क्योकिं अब जांच एजेंसी दोनों को संजय सिंह के सामने बैठाकर पूछताछ करेगी। खुद को ईमानदार और पाक पार्टी बताने वाली आप सरकार लगातार ईडी और सीबाई का सबसे बड़ा इस साल का टारगेट रही हैं जितनी यह पार्टी ईमानदारी का बिगुल बजाती है उतना ही इनके पीछे सीबाई और ईडी दौड़ लगाती मिल जाती हैं।
आप पार्टी का विपक्षियो पर वार
वहीं लगातार पार्टी की तरफ से कहना हैं कि यह सब एक सोची समझी साजिश के तहत हैं हमपर केवल आरोपों का पुल बांधा जा रहा हैं। जो कभी खड़ा नहीं हो पाएगा और बीजेपी के अभिमान के साथ वो चूर चूर हो जाएगा क्योकिं लगातार इन गिरफ्तारियों पर आप पार्टी के लोगों के साथ खुद ब खुद दिल्ली सीएम इस बात को कह रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी को रास नहीं आ रहा की 8 साल से केजरीवाल दिल्ली का सीएम क्यों हैं और कोई भी इनके खिलाफ बोलेगा तो यह निश्चित हैं।
ईडी और सीबीआई उनकी चौखट पर जेल का इंनवेटेशन कार्ड लेकर खड़ी होगी। अगर बात की जाए तो लगातार मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद भी उनहोने बीजेपी को घेरा था और संजय सिंह यही कर रहे हैं। वहीं राजनीतिज्ञ एंगल से देखे तो हर कोई इस गिरफ्तारी को 2024 का सबसे बड़ा एंगल समझ रहा हैं क्योकिं एक लकड़ी के गठ्ठर को भी एक एक ही कर तोड़ा जाता हैं।
अब संजय सिंह के बाद किस की बारी
वहीं रही बात केजरीवाल की तो इनके लिए जो मुश्किले खड़ी हो रही हैं जिससे साफ तौर पर पता चलता हैं जब उनका राइट और लेफ्ट हैंड साथ ही राजनीति के दांव पेंच खेलने वाले नेता तो सलाखो के पीछे चले गए हैं। अब इन सबके बीच बड़ा फैकटर जो सामने आ रहा हैं। उसमें हैं राघव चढ्डा और अतीशी। जी हां इन दो दिग्गज नेता के बाद जिन नामों ने सुर्खियां पकड़ी वो यहीं है लगातार वो केंद्र सरकार के कामो को लेकर हमलावर भी रहते हैं और सरकार को खुला चेलेंज भी करते हैं।
अब अगर देखा जाए तो दिल्ली की शिक्षा मंत्री का पद संभाल रही अतिशी तो दूसरी ओर दिल्ली जल बोर्ड अध्यक्ष का पद संभाल रहे राघव तो क्या इस बार इनके कामों के प्रति ईडी सीबीआई इनका दरवाजा खटखटा सकती हैं या फिर कोई ओर चेहरा ढूड़ रही हैं लेकिन इस सबके बीच 2024 की लड़ाई नजदीक हैं। क्या उसमें केजरीवाल अकेले पड़ जाएगें क्या यह गिरफ्तारी महज एक संणयत्रं के बतौर देखी जा रही है यह तमाम सवाल आज हर किसी के जहन में उठ रहे हैं ।
क्योकिं ईडी की चार्टशीट कुछ और बताती और सीबीआई की चार्टशीट कुछ ओर 12 अक्टूबर को होने वाली सुनवाई में क्या कुछ निकल कर सामने आता है यह देखने के साथ लोगों की निगाह इस बात पर भी हैं की 52 करोड़ के महल घोटाले मामले में सीबीआई अरविंद केजरीवाल से पूछताछ के साथ जांच भी कर रही हैं। और बाकि दो नेताओ का जिक्र भी हो रहा हैं बेरहाल देखना होगा क्या कुछ निकलकर सामने आता हैं।